समाचारपत्र ‘डॉन’ की खबर के अनुसार, ईरान के राजदूत ने पाकिस्तान के मंत्री से मुलाकात की .
इस्लामाबाद: नकदी की कमी से जूझ रहे पाकिस्तान को बेहद महत्वपूर्ण दवाओं की कमी से निपटने के लिए ईरान से मदद की उम्मीद है।
करीब छह महीने से अधिक समय से विदेशी मुद्रा भंडार की कमी के कारण पाकिस्तान की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली चरमरा रही है और अब देश बेहद महत्वपूर्ण दवाओं की भारी कमी का सामना कर रहा है। इससे दवाओं तथा स्थानीय स्तर पर दवा बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कच्चे माल दोनों का आयात करने की देश की क्षमता प्रभावित हुई है।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) मंत्री डॉ. नदीम जान और पाकिस्तान में ईरान के राजदूत रेजा अमीरी-मोघदाम के बीच मंगलवार को हुई एक बैठक में फैसला किया गया कि पाकिस्तान का दवा नियामक प्राधिकरण जीवन रक्षक दवाओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अपने ईरानी समकक्ष के साथ तत्काल प्रभाव से एक व्यापक रणनीति पर काम करेगा।
समाचारपत्र ‘डॉन’ की खबर के अनुसार, ईरान के राजदूत ने पाकिस्तान के मंत्री से मुलाकात की और उन्होंने, ‘‘ दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग के विविध क्षेत्रों पर चर्चा की।’’
खबर में मंत्री डॉ. नदीम जान के हवाले से कहा गया, ‘‘ पाकिस्तान और ईरान के बीच लंबे समय से चले आ रहे और समय की कसौटी पर खरे उतरे घनिष्ठ संबंध हैं।’’
मंत्री ने कहा, ‘‘ ईरान की प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा प्रणाली मजबूत है। प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में ईरान के अनुभवों से पाकिस्तान को निश्चित रूप से मदद मिलेगी।’’