सबूत और गवाह पेश किए जाने के बाद अदालत ने दोनों संदिग्धों को दोषी ठहराया।
लाहौर: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में दो नाबालिग भाइयों का यौन उत्पीड़न और उनकी हत्या करने के दोषी एक मदरसा शिक्षक को मौत की सजा दी गई है, जबकि उसके साथी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। अदालत के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। तनवीर अहमद और उसके साथी नौमान ने लाहौर से लगभग 130 किलोमीटर दूर ओकारा शहर में फरवरी 2021 में छह वर्षीय एक लड़के और उसके 10 वर्षीय भाई का यौन उत्पीड़न किया।
अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सैयदा शहजादी नजफ ने मंगलवार को अहमद को उसके द्वारा किए गए अपराधों के लिए मौत की सजा सुनाई, जबकि नौमान को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।
न्यायाधीश शहजादी ने उनमें से प्रत्येक पर 10 लाख पाकिस्तानी रुपये का जुर्माना भी लगाया। अधिकारी ने कहा कि अभियोजन पक्ष द्वारा सबूत और गवाह पेश किए जाने के बाद अदालत ने दोनों संदिग्धों को दोषी ठहराया।
उन्होंने कहा, “दोषियों ने भी अपना अपराध कबूल कर लिया और कहा कि उन्होंने लड़कों का यौन उत्पीड़न करने के बाद उनका गला घोंट दिया।” पाकिस्तान में मदरसा छात्रों पर उनके शिक्षकों द्वारा यौन उत्पीड़न की लगातार घटनाएं हो रही हैं।