तीन मार्च को मुस्लिम जोड़े का मंदिर में निकाह पढ़ा गया।
शिमला: समाज में प्रेम और सौहार्द का संदेश देने वाला एक बेहद प्यारा मामला सामने आया है. हिमाचल प्रदेश के शिमला में रामपुर स्थित
सत्यनारायण मंदिर में एक मुस्लिम जोड़े का पुरे इस्लामिक रीति-रिवाजों से निकाह किया गया है। वह भी ऐसे मंदिर में जिसे विश्व हिंदू परिषद संचालित कर रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का जिला कार्यालय भी इसी मंदिर परिसर में स्थित है। विहिप पदाधिकारियों ने लड़की के माता-पिता की मांग पर मंदिर के सभागार में लड़की के विवाह की अनुमति दी थी.
मंदिर परिसर में बने हॉल में मौलवी, वकील और दोनों पक्षों के लोग जमा हो गए। यहीं पर मौलवी ने दोनों का निकाह कराया और वकील की देखरेख में सारी औपचारिकताएं पूरी की गईं. सत्यनारायण मंदिर में हुए इस निकाह को लेकर रामपुर में रहने वाला मुस्लिम समुदाय काफी खुश है. हिंदू धर्म ने भी इसे सकारात्मक रूप में लिया है। इस शादी की खास बात यह है कि पूरी रस्म को मौलवी ने विश्व हिंदू परिषद के आधिकारिक मंदिर के प्रांगण में संपन्न कराया. मंदिर में शाकाहारी भोज का आयोजन किया गया।
तीन मार्च को मुस्लिम जोड़े का निकाह पढ़ा गया। इसमें न सिर्फ लड़के-लड़की के मुस्लिम रिश्तेदारों ने हिस्सा लिया, बल्कि इलाके के हिंदू लोगों ने भी नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया. मंदिर में हुई इस मुस्लिम शादी की पूरे राज्य में चर्चा हो रही है और हर कोई इस पहल की सराहना कर रहा है. इसके लिए परिवार की ओर से कार्ड छपवाए गए थे। कार्ड में मंदिर में शादी करने का भी जिक्र था।
जानकारी के अनुसार रामपुर के सबिहा मलिक और महिंदर सिंह मलिक की बेटी नयमत मलिक एमटेक, सिविल इंजीनियर हैं. नयामत के पति राहुल शेख भी सिविल इंजीनियर हैं, जो चंबा में चुवाड़ी के रहने वाले हैं। दोनों परिवारों की रजामंदी से मंदिर के हॉल में यह निकाह करवाया गया।