मोदी ने मैक्रों की पत्नी ब्रिगिट मैक्रों को चंदन की लकड़ी से बने एक डिब्बे में पोचमपल्ली रेशम इकत भेंट किया है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय फ्रांस यात्रा समाप्त हो गई है. फ्रांस दौरे के दूसरे दिन राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने उनके लिए एक निजी रात्रिभोज का आयोजन किया। इस बीच दोनों देशों के बीच उपहारों का भी आदान-प्रदान हुआ।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को चंदन से बना सितार भेंट किया है. अधिकारियों के मुताबिक राष्ट्रपति मैक्रों को उपहार में दी गई सितार की प्रतिकृति में ज्ञान, संगीत, कला, वाणी, बुद्धि और विद्या की देवी मानी जाने वाली सरस्वती की तस्वीरें हैं। इस सितार पर विघ्नहर्ता भगवान गणेश की आकृति भी बनी हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति मैक्रों को उपहार में दिया गया सितार शुद्ध चंदन से बना है। चंदन की नक्काशी की कला दक्षिणी भारत में सदियों से प्रचलित एक उत्कृष्ट और प्राचीन शिल्प है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने मैक्रों की पत्नी ब्रिगिट मैक्रों को चंदन की लकड़ी से बने एक डिब्बे में पोचमपल्ली रेशम इकत भेंट किया है। पोचमपल्ली रेशम इकत कपड़ा, जिसकी जड़ें तेलंगाना के पोचमपल्ली शहर में हैं, भारत की समृद्ध कपड़ा विरासत का एक नायाब नमूना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न को 'मार्बल इनले वर्क टेबल' उपहार में दिया। 'मार्बल इनले वर्क' अर्ध-कीमती पत्थरों का उपयोग करके संगमरमर पर बनाई गई आकर्षक कलाकृतियों में से एक है। यह संगमरमर राजस्थान के मकराना शहर में पाया जाता है।
इसके अलावा मोदी ने फ्रांस की संसद के अध्यक्ष येल ब्रॉन-पिवेट को हाथ से बुना हुआ 'रेशम कश्मीरी कालीन' उपहार में दिया