आइए बताते है आपको आज खीरे के फायदों और नुकसान दोनों के बारे में
Cucumber: खीरा आपके शरीर को हाइड्रेट रखने के साथ लंबे समय तक पेट को भरा भी रखता है। इसकी ठंडी तासीर की वजह से गर्म मौसम में इसका सेवन खूब किया जाता है। इसमें कोई शक़ नहीं कि खीरा हमारी सेहत को बनाए रखने में अहम भूमिका निभता है, लेकिन एक्सपर्ट्स की मानें तो इसके कुछ नुकसान भी होते हैं। तो आइए बताते है आपको आज खीरे के फायदों और नुकसान दोनों के बारे में।
खीरा खाने के फायदे:
1. अगर आप वज़न घटाना चाह रहे हों, तो खीरे से बेहतर कोई फूड नहीं है। इसमें कैलोरी की मात्रा 8 होती है, साथ ही विटामिन-के और ए से भरपूर होता है और पानी की मात्रा भी 95 प्रतिशत होती है।
2. खीरा कई फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भी भरा हुआ होता है, जिन्हें लिग्नन्स के रूप में जाना जाता है।
3. इसमें फाइबर भी भरपूर मात्रा में होता है, जो आपको कब्ज से बचाने और पाचन को बढ़ावा देने में मदद करता है।
4. खीरे में मौजूद विटामिन-के ब्लड क्लॉटिंग में मदद करता है और साथ ही हड्डियों को मज़बूत और हेल्दी रखता है।
5. विटामिन-ए आंखों और इम्यून सिस्टम को ताकत देता है।
6. खीरा बीटा-कैरोटीन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होता है, जो शरीर में फ्री-रैडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं।
7. इसके अलावा सनबर्न, सूजन और त्वचा की रंगत में सुधार लाने के लिए भी खीरा काम आता है।
8. खीरा का एक स्लाइस आंखों की सूजन को दूर करने में मदद करता है।
खीरे के नुकसान भी होते हैं:
खीरा वैसे तो सेहत के लिए फायदेमंद ही होता है, लेकिन कई ऐसी रिसर्च हुई हैं, जिसमें देखा गया है कि खीरा किस तरह सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है। कई हेल्थ और न्यूट्रीशन एक्सपर्ट्स पके हुए खाने के साथ कच्चा खीरा खाने की सलाह नहीं देते हैं। आइए जानें खीरे से होने वाले नुकसान के बारे में:
खीरा टॉक्सिक भी हो सकता है:
खीरे में कुकुर्बिटासिन और टेट्रासाइक्लिक ट्राइटरपीनोइड्स होते हैं, ये ऐसे टॉक्सिन्स हैं, जो इसमें कड़वेपन का कारण बनते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इनका ज़रूरत से ज़्यादा सेवन जानलेवा भी हो सकता है।
पाचन में देर करता है:
एक्सपर्ट्स यह भी कहते हैं कि कच्चे खीरे को अगर पके हुए खाने के साथ खाते हैं, तो इससे खाना पचने में देर लगती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पके हुए और कच्चे खाने को पचने में अलग-अलग समय लगता है।
गैस और पेट फूलने की समस्या होती है:
खीरे में मौजूद टॉक्सिक योगिक आत्मरक्षा के तंत्र के रूप में उत्पन्न होते हैं, ताकि खुद को खाने से बचा सकें। ये टॉक्सिक कब्ज़, ब्लोटिंग और गैस का कारण बनते हैं।
ज़रूरत से ज़्यादा विटामिन-सी भी करता है नुकसान:
वैसे तो विटामिन-सी इम्यूनिटी को बढ़ावा देने का काम करता है, जिससे आपको ताकत मिलती है और आप बीमारियों से बचते हैं। खीरे में भी विटामिन-सी की अच्छी मात्रा होती है, हालांकि, इसका ज़रूरत से ज़्यादा सेवन आपको नुकसान पहुंचा सकता है। अगर खीरे का सेवन ज़्यादा कर लिया जाए, तो विटामिन-सी प्रोऑक्सीडेंट की तरह काम करता है, जिससे फ्री-रैडिकल्स उत्पन्न होते हैं और फैलते हैं। आपको बता दें कि फ्री-रैडिकल्स से कैंसर, वक्त से पहले बुढ़ापा, एक्ने आदि का ख़तरा बढ़ता है।