कार्यशाला को महिला पुनर्वास गृह से जुडें मानसिक आरोग्यशाला कोइलवर के मनोचिकित्सक डॉ. गुंजेश कुमार ने भी संबोधित किया.
Bihar News: कर्पूरी ठाकुर ग्रामीण विकास संस्थान, पटना द्वारा बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग के अधीन मानसिक रूप से स्वस्थ् हो चुकी परिवार से बिछड़ी महिलाओं के लिए संचालित महिला पुनर्वास गृह में उनकी देखरेख करने वाले कर्मियों को मानसिक स्वास्थ्य विषयों पर उन्हें जागरूक करने के उद्देश्य से आज पटना के राजीव नगर स्थित महिला पुनर्वास गृह में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका उदघाटन जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग पटना की सहायक निदेशक श्रीमति स्नेहा ने किया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए कर्पूरी ठाकुर ग्रामीण विकास संस्थान के सचिव-सह-प्रमंडलीय मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण पटना के सदस्य सुबोध कुमार सुमन ने कहा कि संस्थान समर्पित भाव से महिला पुनर्वास गृह में लाभार्थियों की देखरेख कर रहा है तथा अपनी सेवाओं में उत्कृष्टता लाने के उद्देष्य से यहां कार्यरत कर्मियों को समय-समय पर प्रशिक्षित किया जाता रहता है तथा आज मानसिक स्वास्थ्य विषय पर जागरूकता को आयोजित यह कार्यक्रम इसी कड़ी में एक कदम है।
कार्यशाला में आदित्य बिड़ला एजुकेशन ट्रस्ट मुम्बई के राज्य कोर्डिनेटर सुनील कुमार के नेतृत्व में संस्था के मनोविज्ञानी छेदी कुमार चौधरी ने मुख्य प्रशिक्षक के रूप में प्रशिक्षण कार्य का संचालन किया. अपने संबोधन में राज्य कोर्डिनेटर सुनील कुमार ने कहा कि आज पुरे विश्व में मानसिक स्वास्थ्य एक गम्भीर चुनौती के रूप मे उभर कर सामने आ रहा है तथा भारत की बड़ी अबादी इस विकार के चपेट मे आ चुकी है आज की कार्यशाला संस्थान के एम-पावर कार्यक्रम का हिस्सा है तथा इसे सरकार एंव विभिन्न सामाजिक- शैक्षणिक संगठनों के साथ मिलकर संचालित किया जा रहा है।
कार्यशाला को महिला पुनर्वास गृह से जुडें मानसिक आरोग्यशाला कोइलवर के मनोचिकित्सक डॉ. गुंजेश कुमार ने भी संबोधित किया तथा प्रतिभागियों को मानसिक स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। कार्यशाला को आई.एल.ओ. के गेट- अहेड ट्रेनर आलोक रंजन श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया तथा लाभार्थियों के पुनर्वास एवं उन्हें स्वावलंबी बनाने हेतु उनकी उद्यमिता क्षमता विकसित करने कि दिशा में पहल करने पर प्रकाश डाला। कार्यशाला को महिला पुनर्वास गृह की अधीक्षिका कुमारी सुमन ने भी संबोधित किया तथा लाभर्थियों की देखभाल की दिशा में आने वाली विभिन्न चुनौतीयों एवं उनके निराकरण पर प्रकाश डाला. महिला पुनर्वास गृह की निदेशक रमा कुमारी ने धन्यवाद ज्ञापन किया तथा आगे बताया कि पुनर्वास गृह की दो लाभार्थियों को हाल ही में क्रमशः 21 एवं 11 वर्षो के बाद उनके परिवार से मिलवाना अन्यंत हर्ष का विषय है। इस दिशा में पुनर्वास गृह के सभी कर्मचारीयों एवं सरकार का सहयोग का काफी सराहनीय रहा है।