9 अक्टूबर 2023 से पूरे बिहार के सभी जिलों में धरना, प्रदर्शन करके आन्दोलन के दूसरे चरण की शुरुआत किया जाएगा
पटना: बिहार के 67 लाख लोहार जाति के लोग उमेश विश्वकर्मा के नेतृत्व में आदिवासी की सुविधा पुनः प्राप्त करने के लिए 9 अक्टूबर 2023 से आन्दोलन शुरू करेंगा। यह बात आज पटना के अम्रपाली होटल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए, लोजपा-(रा) के राष्ट्रीय महासचिव सत्यानंद शर्मा, जदयू के प्रदेश महासचिव राजकिशोर ठाकुर, मुंशी शर्मा ने कहा कि बिहार के सभी लोहार संगठनों ने फैसला लिया है कि लोहार समाज अपने मांगों के समर्थन में चरणबद्ध आन्दोलन शुरू किया है, और प्रथम चरण में लोहार 'जनसंवाद यात्रा' का कार्यक्रम बिहार के सभी जिलों में विगत दो सप्ताह तक उमेश विश्वकर्मा, भीम विश्वकर्मा, सत्यनारायण शर्मा,धर्मेन्द्र विश्वकर्मा के नेतृत्व में समाप्त करने के बाद आज आयोजित संवाददाता सम्मेलन में भाग लिया।
9 अक्टूबर 2023 से पूरे बिहार के सभी जिलों में धरना, प्रदर्शन करके आन्दोलन के दूसरे चरण की शुरुआत किया जाएगा। इसकी घोषणा संवाददाता सम्मेलन में उमेश विश्वकर्मा ने किया। यह विदित हो कि लोहार जाति संविधान के अनुसूची में 1950 से अनुसूचित जनजाति में शामिल है। 1976 के संविधान संशोधन अधिनियम में लोहार जाति अनुसूचित जनजाति में है,परन्तु अंग्रेजी के LOHARA को हिन्दी में गलत उच्चारण लोहारा करके इस जाति को जनजाति की सुविधा से वंचित कर दिया। इसी के विरुद्ध यह आन्दोलन है। संवाददाता सम्मेलन में युवा लोजपा-(रा) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान,अरविंद शर्मा, विगन विश्वकर्मा, प्रदीप विश्वकर्मा, रामाश्रय विश्वकर्मा, अवधेश विश्वकर्मा, महेश्वर विश्वकर्मा, अनूप विश्वकर्मा उपस्थित थे।