CM ने बिहारी मजदूरों के साथ हो रही मारपीट व हिंसा की घटनाओं की जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
पटना : तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ मारपीट और हिंसा की घटनाओं की जांच बिहार सरकार द्वारा गठित अधिकारियों की टीम वहां जाकर करेगी। बिहार विधानमंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा और बिहार विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल कर तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की पिटाई, हत्या एवं उनपर हो रहे अत्याचार को बंद कराने के संबंध में उन्हें ज्ञापन दिया था। भाजपा की मांग पर मुख्यमंत्री ने मुख्यसचिव और डीजीपी को अधिकारियों की एक टीम गठित कर तमिलनाडु भेजने और बिहारी मजदूरों के साथ हो रही मारपीट व हिंसा की घटनाओं की जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री को दिए अपने ज्ञापन में कहा है कि प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से पिछले कुछ दिनों से बिहारी मजदूरों की तमिलनाडु में पिटाई, हत्या एवं उन पर अत्याचार की सूचना प्राप्त हो रही है। वहां से पीड़ित बिहारी मजदूरों ने फोन पर भी उन्हें इसकी जानकारी दी है।
उन्होंने कहा कि विधान सभा में इस मामले को उठाने पर सरकार द्वारा घटित घटनाओं को नकारते हुए तमिलनाडु के डी.जी.पी. का बयान दिखाया जा रहा है जो हास्यास्पद है, क्योंकि तमिलनाडु की पुलिस कभी भी इस मामले को स्वीकार नहीं करेगी। इसलिए आग्रह है कि सर्वदलीय विधायकों एवं राज्य के उच्च पदाधिकारियों की एक टीम को तमिलनाडु भेज कर वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त करने का आदेश दें व आवश्यकतानुसा मजदूरों की सुरक्षित वापसी का प्रबंध भी किया जाए।
भाजपा विधानमंडल दल के नेता द्वय के साथ विधायक व विधान पार्षद सर्वश्री जनक सिंह, संजय सरावगी, जीवेश मिश्रा,अरुण शंकर प्रसाद और प्रमोद चन्द्रवंशी आदि भी शामिल थे।
इसके पूर्व विधान सभा में जब नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने इस मामले को उठाया तो सरकार की ओर से उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों को सुरक्षित होने का दावा करते हुए पूरी घटना को ही नकार दिया। इस दौरान उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। नेता प्रतिपक्ष ने इस मामले में सरकार की संवेदनहीनता की निंदा करते हुए कहा कि सत्ता सेवा भाव के लिए होता है, केवल मेवा खाने के लिए नहीं होता है। उपमुख्यमंत्रीचार्टर्ड प्लेन से तमिलनाडु जाकर केक काट आए मगर बिहारियों की खोज खबर नहीं ली। चोर दरवाजे से सत्ता में आये उपमुख्यमंत्री की सम्वेदना मर गई है।
उसके बाद नेता प्रतिपक्ष की अगुवाई में भाजपा विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से मिल कर उन्हें ज्ञापन दिया, जिस पर मुख्यमंत्री ने मुख्यसचिव और डीजीपी को वहां पदाधिकारियों के जांचदल को भेजने का निर्देश दिया।