उन्होंने कहा कि जिस प्रकार गुजरात में दंगे फैलाकर भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई वही प्रयोग भारतीय जनता पार्टी बिहार में करना चाह रही है
Patna: राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव भाई अरुण कुमार एवं युवा राजद नेता मनोज यादव ने संयुक्त प्रेस बयान जारी कर कहा कि बिहार भगवान बुद्ध एवं गांधी के कर्मभूमि रही है और यहां से शांति का संदेश पूरे देश में जाता है . परंतु पिछले 2 दिनों से बिहार के सासाराम एवं बिहार शरीफ जिलों में किस प्रकार संप्रदायिक दंगे भड़के है जिससे लग रहा है किया दंगा आने वाले लोकसभा चुनाव की प्रयोगशाला के तौर पर प्रयोग किया जा रहा है . जिस प्रकार गुजरात में दंगे फैलाकर भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई वही प्रयोग भारतीय जनता पार्टी बिहार में करना चाह रही है. बिहार में भारतीय जनता पार्टी का नफरती टूल किट, काम कर रहा है.
भारतीय जनता पार्टी के बड़े-बड़े नेता जो बिहार के दौरा कर रहे थे उनके दुष्परिणाम दंगे के रूप में नजर आ रहा है. परंतु बिहार में महागठबंधन की सरकार है जिसके नेता की छवि धर्मनिरपेक्ष सरकार के रूप में विश्व प्रचलित है जिसके मुखिया नीतीश कुमार जैसे अनुभवी एवं तेजस्वी प्रसाद यादव जैसे युवा नेता कर रहे हैं उससे भी ऊपर इन सब का मॉनिटरिंग जन नेता लालू प्रसाद कर रहे हैं . इन नेताओं ने आशा प्रकट की है कि जल्द ही भाजपा के नफरती टूल किट का उद्भेदन हो जाएगा.
इन नेताओं ने मुख्यमंत्री से मांग किया है कि इन सारी घटनाओं की जांच एसआईटी या निगरानी विभाग के द्वारा करवाई जाए जिससे कि इस घटना में शामिल लोगों का पता चल सके. जिस प्रकार माननीय उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने धर्म को राजनीति से अलग रखने की जो टिप्पणियां की थी वह सत्य , साबित हो रहा है . केंद्र की सरकार अगर सचमुच में देश मैं अमन शांति और चैन स्थापित करना चाहती है तो राजनीत मैं धर्म का घालमेल रोकने की दिशा में कार्रवाई करें और चुनाव आयोग को भी माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार इस दिशा में कार्रवाई करनी चाहिए.