उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री 'समाधान यात्रा' के नाम से पॉलिटिकल स्टंट जरुर करें लेकिन उससे पहले चंपारण की जनता से किए अपने पुराने वादों
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी 'समाधान यात्रा ' की शुरुआत महात्मा गांधी की कर्मभूमि चंपारण से गुरुवार को करने वाले हैं। इससे पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व बेतिया सांसद संजय जायसवाल ने आज बयान जारी कर चंपारण की जनता किये उनके पुराने वादों को याद दिलाया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 'समाधान यात्रा' के नाम से पॉलिटिकल स्टंट जरुर करें लेकिन उससे पहले उन्हें बताना चाहिए कि चंपारण की जनता से किए अपने पुराने वादों से वह ‘व्यवधान’ क्यों नहीं हटाते?
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी जब चंपारण आ रहे हैं तो चंपारण के लोगों को उनसे ढेरों उम्मीदें हैं। आशा ही इस यात्रा के जरिये मुख्यमंत्री जी अपने पुराने वादों की राह में डाले व्यवधानों का समाधान भी जरुर करेंगे।
पुराने वादों को याद दिलाते हुए डॉ जायसवाल ने कहा कि चंपारण के हमारे लोगों पूरी उम्मीद है कि इस यात्रा के दौरान सीएम राष्ट्रीय राजमार्ग 727 ए.ए.ए जो बेतिया-पखनाहा-तमकुही को जोड़ेगी, गोरखपुर- सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे जिसके द्वारा शिवराजपुर और फुलियाखांड़ के बीच में उत्तर प्रदेश से पुल बनेगा, बेतिया- पटना हाईवे एवं रक्सौल- दिघवारा हल्दिया एक्सप्रेसवे से संबंधित भूमि अधिग्रहण आदि कार्यों की घोषणा भी कल 5 जनवरी को जरुर कर देंगे।
उन्होंने कहा हमारे लोगों का यह विश्वास है कि मुख्यमंत्री जी की घोषणा मात्र से बिहार को लगभग 15,000 करोड रुपए मिल जायेंगे जो केवल भूमि अधिग्रहण नहीं होने के कारण रुका हुआ है।
बेतिया सांसद ने कहा कि रक्सौल में मेगा टैक्सटाइल पार्क के लिए केंद्र सरकार से आग्रह किया गया है, उसके लिए बिहार की पूर्व एनडीए सरकार ने आवश्यक नियमन भी बना दिया था। लेकिन यह जानते हुए भी कि इस पार्क से चंपारण के तकरीबन 1 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा, वर्तमान महागठबंधन सरकार विगत 4 महीनों से इस योजना को पूरा करने के लिए गलती से भी केंद्र से बात नहीं कर रही है। हमें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री जी इस विषय में भी कुछ घोषणा करेंगे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 2005 में आपने स्वयं वादा किया था कि बगहा जिला बनेगा और मझौलिया में लालसरैया प्रखंड और सुगौली में रघुनाथपुर को प्रखंड का दर्जा दिया जाएगा, लेकिन आज तक यह घोषणाएं पूरा होने का इंतजार कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि बेतिया शहर के संग्रहालय के निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने 45 करोड़ एवं पार्क बनाने के लिए 8 करोड़ की राशि जारी कर दी है, लेकिन आज तक जमीन नहीं उपलब्ध कराया है। इसके मद में आईटीआई के पास पर्याप्त जमीन खाली है और यह विभाग स्वयं नीतीश कुमार जी के पास ही है। इसके अलावा उड़ान योजना के तहत रक्सौल में प्रस्तावित हवाई अड्डे को विकसित करने के लिए केंद्र सरकार ने 250 करोड़ रुपए जारी कर दिए है, लेकिन 121 एकड़ जमीन अधिग्रहण नहीं होने के वजह से राशि नीतीश जी के हां का इंतजार कर रहा है।
जायसवाल ने कहा कि चंपारण की जनता बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी से आग्रह करती है कि वो भले बिहार सरकार की एक रुपए की भी राशि चंपारण में खर्च नहीं करें, लेकिन मर्यादा का ध्यान रखते हुए केंद्र सरकार के पैसों का उपयोग करें।