तेजस्वी यादव को हटाने पर इनको अपनी सरकार गिरने का अंदेशा है।
पटना : बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने दिल्ली के कोर्ट से उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को जमानत मिलने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि राजनीति में शुचिता की बात करने बाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अबिलम्ब तेजस्वी यादव को बर्खास्त करना चाहिए।
सिन्हा ने कहा कि अपराधिक मुकदमों में मात्र नाम आने पर मंत्रियों से इस्तीफा लेने की परिपाटी नीतीश कुमार द्वारा कायम की गई।लेकिन पहले चार्जशीटेड औऱ अब जमानत पर रहने के वावजूद तेजस्वी यादव जी को मंत्रिमंडल में बनाये रखना रहस्यमय है। तेजस्वी यादव को हटाने पर इनको अपनी सरकार गिरने का अंदेशा है।
सिन्हा ने कहा कि भ्रष्टाचार औऱ परिवारवाद करना ही लालू परिवार का एकमात्र लक्ष्य है जो लोकतंत्र के लिए अशुभ है। 1000 करोड़ के चारा घोटाला से लेकर जमीन के बदले नौकरी तक के घोटालों की लिस्ट लम्बी है जिसमें परिवार के लगभग सभी सदस्य आरोपी हैं।अब जाँच एजेंसियों द्वारा कार्रवाई किये जाने पर ये विलाप कर रहे हैं।
सिन्हा ने कहा कि 33 वर्षों में वड़े भाई छोटे भाई ने मिलकर बिहार को वदहाल कर दिया है। विकास के सभी पैमाने पर बिहार देश में नीचे से पहला या दूसरा है। राज्य में गरीबी दूर करने में इनकी कोई रुचि नहीं है।देश में अभी भी बिहार की चर्चा इनके द्वारा उत्पन्न नकारात्मक वातों के लिए की जाती है। इनकी नीति विभाजनकारी है।
सिन्हा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार करने वाले को जेल पहुंचाने की गारंटी देश की जनता को दी है। इसी गारंटी के कारण भ्रष्टाचार वाले एक जुट हो गए है।बिहार के भ्रष्टाचारी भी भयभीत हैं।इनका जेल जाना भी तय है।यह विडम्बना है कि महागठबंधन सरकार में शामिल सत्ताधारी मंत्रीगण बिहार के अपराधियों, माफियाओं औऱ लवजिहाद कराने वाले असामाजिक तत्वों के रोल मोडल हैं।