इससे ज्यादा अन्याय और ज्यादती बिहार के बच्चों के साथ और क्या होगी। -प्रशांत किशोर
समस्तीपुर: बिहार में BPSC के द्वारा शिक्षक बहाली को लेकर सरकार की ओर से डोमिसाइल नीति में बदलाव करने और अन्य राज्यों के छात्रों के लिए इस परीक्षा में हिस्सा लेने के रास्ते खोलने को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी सड़कों पर संग्राम कर रहे हैं. सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. इस पर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि बीते दिनों नियोजित शिक्षकों के साथ मारपीट होना गलत है। बिहार में लोग रोजगार के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं। यहां की सरकार ने डोमिसाइल नीति ही बदल दी है, तो बिहार के लड़के बाहर जाकर मजदूरी करेंगे और दूसरे राज्य के लोग बिहार में आकर शिक्षक बनेंगे। इससे ज्यादा अन्याय और ज्यादती बिहार के बच्चों के साथ और क्या होगी।
नियोजित शिक्षकों की गलती नहीं, उन्होंने गलत व्यक्ति पर किया भरोसा: प्रशांत किशोर
समस्तीपुर के पटोरी ब्लॉक में पत्रकारों से बातचीत में प्रशांत किशोर ने कहा, 2015 के विधानसभा चुनाव में नेता प्रतिपक्ष भाजपा के सुशील कुमार मोदी थे, ऐसे में शिक्षकों ने इन पर भरोसा किया और भाजपा को समर्थन दिया। दो वर्ष के बाद जब से सत्ता में आए और डिप्टी सीएम बने, तो उन्होंने नियोजित शिक्षकों के लिए कुछ नहीं किया। इसके बाद 2020 के चुनाव में नियोजित शिक्षकों ने आंख बंदकर तेजस्वी यादव पर भरोसा किया, आज इनकी ही पार्टी के नेता शिक्षा मंत्री भी हैं। बावजूद इसके इन्होंने भी नियोजित शिक्षकों के लिए कुछ नहीं किया। अब शिक्षकों को लग रहा है कि इनके साथ विश्वासघात हो गया। बिना सोचे-समझे अगर किसी का दामन पकड़ लीजिएगा तो आपके साथ यही होगा।
चाहे लाठी मारो या जेल में डालो, वोट उन्हीं को देंगे: प्रशांत
प्रशांत किशोर ने आगे कहा, बिहार में राजनीतिक दलों को भी मालूम है कि वे चाहे लाठीचार्ज करें या फिर लोगों को जेल में डाल दें, बावजूद इसके जनता उन्हीं को वोट देगी। लोग जाति के आधार पर धर्म के आधार पर वोट उन्हीं को देंगे, जिनको देते रहे हैं। बकौल प्रशांत, मैं एक साल से बिहार के लोगों को यही समझाने का प्रयास कर रहा हूं कि अगर गलत व्यक्ति, गलत आश्वासनों पर भरोसा करेंगे तो आपके लिए और आपके बच्चों के लिए समस्या होनी ही है।
बता दें कि हाई कोर्ट ने शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया और इसकी नियमावली को चुनौती देने वाली करीब एक दर्जन याचिकाओं पर मंगलवार को एक साथ सुनवाई की। वहीं, हाईकोर्ट ने अगली सुनवाई की तिथि 22 अगस्त तय की। बिहार में शिक्षक बहाली प्रक्रिया में 1,70,461 नियुक्तियां बीपीएससी के जरिए होनी है। आवेदन की अंतिम तारीख 12 जुलाई है। 24, 25, 26, 27 अगस्त को नियुक्ति के लिए परीक्षा ली जाएगी।