आजादी के 75 वर्षों के बाद भी बिहार में दलित- महादलित सुरक्षित नही है।
पटना : लोजपा-(रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद चिराग पासवान के निर्देशानुसार लोजपा-(रा) के प्रतिनिधि मंडल ने आज बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर से मिलकर ज्ञापन सौपा है। ज्ञापन में कहा गया है कि बिहार में ध्वस्त विधि-व्यवस्था, उत्पन्न अराजक स्थिति, बिहार की बदहाली से आम जनता का ध्यान बाँटने के लिए बिहार सरकार ने आनन-फानन में आधा अधूरा जनगणना कराकर रिपोर्ट प्रकाशित करा दिया।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सत्यानंद शर्मा के नेतृत्व में पाँच सदस्यीय शिष्टमंडल जिसमें युवा लोजपा-(रा) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान, अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार,पार्टी के प्रदेश सचिव दिलीप यादव, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव सुदीप्त कुमार शामिल थे ने महामहिम राज्यपाल को बिहार में समाप्त हो रहें कानून के राज का उदाहरण देते हुए, बताया कि बिहार में महिलाओं को जिन्दा जलाया जा रहा है। खुशरूपुर के मोहसिमपुर की घटना की चर्चा करते हुए,कहा कि महादलित महिला को नंगा घुमाया गया,पेशाब पिलाया गया। आजादी के 75 वर्षों के बाद भी बिहार में दलित- महादलित सुरक्षित नही है।
दलितों का टारगेट किलिंग किया जा रहा है। पार्टी ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाएं जाने की मांग करते हुए, जनगणना पर गम्भीर सवाल उठाते हुए कहा कि पूरा रिपोर्ट दोषपूर्ण है कुछ जातियों की संख्या बढ़ाकर दिखाया गया। बहुत जातियों की पासवान सहित संख्या कम बताया। हद तो तब हो गया जब लोहार जाति ने जनगणना के बहिष्कार किया फिर भी उसकी संख्या बता दिया। कई जातियों का जैसे अतीत, घुमंतू जातियां, बेरिस, अमाद जातियों का जनगणना हुआ ही नही।