चिराग पासवान ने सरकार की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री ..
पटना, ( संवादात ): बिहार की महागठबंधन सरकार में लगातार बढ़ रहे अपराध के बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बेगूसराय के छौराही प्रखंड स्थित सहुरी पंचायत के पुरपथार गांव पहुंचे जहां असामाजिक तत्वों द्वारा एक महिला का अपहरण कर दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या किए जाने का संगीत मामला प्रकाश में आया है। परिजनों के मुताबिक मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध रही है।
पुरपथारी पहुंचे पासवान को देखते ही पीड़ित परिवार ने रोना शुरू कर दिया, कुछ देर के लिए तो पासवान भी भावुक हो गए, लेकिन उन्होंने खुद को संभाला और परिजनों को ढांढस बंधाते हुए न्याय दिलाने के साथ हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
मौके पर मौजूद पत्रकारों से बात करते हुए चिराग पासवान ने सरकार की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच शुरु से ही दलित विरोधी रही है। अनुसूचित जाति-जनजाति विरोधी उनकी मानसिकता रही है। यह सिर्फ एक जिले की ही घटना नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में आप देख लीजिए इन्हीं घटनाओं के विरोध में वे अरवल में बिहार बचाओ पदयात्रा करेंगे। इन तमाम घटनाओं में भी किस तरीके से एक मां को अपराधियों ने जलाकर मार दिया जिसमें एक छोटी सी बच्ची भी आग में झुलस गई है। ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री की क्या जिम्मेदारी नहीं बनती है कि घटनास्थल पर एक बार भी जाएं और पीड़ित परिवार से मिले? इस घटना में जिस तरीके से मारा गया और उसके बाद आज 5 दिन होने के बावजूद अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
पासवान ने कहा, “जिस दिन यह घटना घटी थी उस रात ही हमने थाने पर फोन कर बात की थी, लेकिन पुलिस अपनी जिम्मेदारी से पिछा छुड़ा रही थी। दो थाना मामले को एक दूसरे के ऊपर डालने का प्रयास कर रहे थे। कोई बोल रहा है कि यह मामला रोसरा थाना क्षेत्र का है, तो कोई हसनपुर का कह रहा था। ऐसी तमाम बातें दर्शाती हैं कि अपराधियों को कहीं ना कहीं पुलिस-प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है और वह उन्हे बचाने का प्रयास कर रही है।“
पासवान ने आगे कहा, ”इसके लिए जितना स्थानीय प्रशासन जिम्मेदार है उतना ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी क्योंकि यह सब उन्हीं की सोच का परिणाम है। मुख्यमंत्री जी का दलित विरोधी रवैया रहा है और इसीलिए बिहार में आए दिन कहीं ना कहीं ऐसी घटनाएं घट रही है। चौकीदारों की हत्या की जा रही है क्योंकि वह पासवान जाति से आते हैं। इसीलिए इस समाज के साथ दुष्कर्म किया जा रहा है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।