जायसवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन ने कहा कि जातीय जनगणना शुरू होने के पहले सरकार सर्वदलीय बैठक बुलाए, जिससे सभी दल जान सके कि गणना कैसे की जा रही है।
पटना, (संवाददाता ): बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन ने कहा कि जातीय जनगणना शुरू होने के पहले सरकार सर्वदलीय बैठक बुलाए, जिससे सभी दल जान सके कि गणना कैसे की जा रही है। उन्होंने महागठबंधन के चुनावी घोषणा पत्र में किए वादों को लागू नहीं करने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि उनका घोषणा पत्र है, जवाबदेही लेनी होगी।
इससे पहले, भाजपा कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में सामाजिक संस्था फ्रेंड्स ऑफ मिथिला के सदस्यों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा अध्यक्ष ने सभी सदस्यों को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कारवाई और स्वागत किया। भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने वालों में राहुल झा, मनोहर आनंद झा, कमलदेव यादव, सुजीत ठाकुर सहित 380 लोग शामिल हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि समाचार पत्रों से जानकारी मिली कि 7 जनवरी से जातीय गणना शुरू हो रही है। उन्होंने कहा कि गणना शुरू करने के पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए। उन्होंने कहा कि सर्वदलीय बैठक बुलाकर सभी दलों की स्वीकृति के बाद गणना कराने का निर्णय भी हुआ था।
उन्होंने कहा कि सभी दलों को यह जानने का हक है कि गणना कैसे होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के दो प्रश्न हैं कि गणना में रोहिंगियों और बांग्लादेशियों को कैसे अलग रखा जायेगा और अगड़ी जातियों को जो पिछड़ी जाति में रखा गया उसका क्या होगा, यह जानने का हक राज्य की जनता को भी है।
भाजपा के अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री जी कहते है कि महागठबंधन की सरकार है तो यह भी जरूरी है कि महागठबंधन के चुनावी घोषणा पत्र के वादों को पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि चुनावी घोषणा पत्र में पहले कैबिनेट की बैठक में 10 लाख लोगों को नौकरी देने का वादा किया गया था, लेकिन 10 बैठक हो गई यह वादा पूरा नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि इसी तरह परीक्षा आवेदन पर फीस माफ करने और परीक्षा केंद्र तक जाने पर किराया देने का वादा किया गया था। इसके आलावा समान काम के लिए समान वेतन देने का भी भरोसा जनता को दिया गया था, लेकिन अब तक कोई वादा पूरा नहीं हुआ।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि इस सरकार में जो भी नियुक्ति पत्र बांटे गए वह एनडीए काल के थे। उन्होंने कहा कि सी टी ई टी और बी टी ई टी के अभ्यर्थी नियुक्ति के लिए अभी भी भटक रहे, जबकि इनकी नियुक्ति का फैसला एनडीए काल में ही हो गया था।
डॉ जायसवाल ने महागठबंधन में शामिल दलों के घोषणा पत्र पर भी सवाल उठाया। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के घोषणा पत्र में मुफ्त कोरोना टीका देने, राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्थानीय भाषा को शामिल करने, 3.50 लाख शिक्षकों को नियुक्ति देने का वादा किया गया था, जो पूरा किया गया।
उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सी टी ई टी और बी टी ई टी अभ्यर्थियों की जल्द नियुक्ति की जाए नहीं तो भाजपा सड़कों पर उतरेगी। उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन के घोषणा पत्र को आने वाले विधानसभा सत्र में भी महागठबंधन में शामिल दलों को याद कराया जाएगा।
इस संवाददाता सम्मेलन भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन, उपाध्यक्ष सिद्धार्थ शंभू, प्रदेश मंत्री सजल झा, मंत्री पूनम शर्मा उपस्थित रही