आगे पारस ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा यह दोनों जगह सम्प्रदायिक दंगा जान-बूझकर कराया गया है।
Patna: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि बिहार में अराजकता का माहौल उत्पन्न हो गया है, यहां कि गिरती विधि व्यवस्था पर कहा कि नीतीश कुमार बहुत कमजोर मुख्यमंत्री साबित हो रहे हैं। बिहार सरकार को पहले से मालूम था कि केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह का सासाराम और मुख्यमंत्री का गृह जिला नालन्दा के बिहारशरीफ में आमसभा होनेवाला था इसके बावजूद इन्हीं दोनों जगहों पर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ देना बिहार सरकार के नाकामियों को दर्शाता है।
आगे पारस ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा यह दोनों जगह सम्प्रदायिक दंगा जान-बूझकर कराया गया है। यह बिहार के लिए शर्मनाक बात है। इस तरह की घटना काफी निंदनीय है। हमको बिहार सरकार के द्वारा जांच टीम पर भरोसा नहीं है। मैं केन्द्रीय गृहमंत्री से मांग करता हूँ कि नालंदा और सासाराम की घटना को सी.बी.आई तथा केन्द्र के दूसरी एजेंसी से इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कर उचित कार्रवाई करें। आगे पारस ने कहा कि मोकामा के चाराडीह में शिरोमणि बाबा चौहरमल के जयंती अवसर पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी जी के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया ये अशोभनीय है।
इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है बाबा चौहरमल एक पूजनीय महापुरुष थे, इनके दर्शन के लिए सभी जाति धर्म, देश के विभिन्न जगहों से चौहरमल मेला में दर्शन के लिए आते हैं। प्रदेश प्रवक्ता ललन कुमार चन्द्रवंशी ने बताया कि पारस ने कहा कि बिहार विधान परिषद के चुनाव के चुनाव के पहले भी तीन विधानसभा का चुनाव हुआ जिसमें महागठबंधन को करारी हार मिली। नीतीश कुमार से बिहार की जनता उब चुकी है तथा अब लोगों का विश्वास एनडीए के नेतृत्वकर्ता देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उपर लोगों का भरोेसा पहले से कहीं ज्यादा बढ़ा है।
प्रदेश प्रवक्ता ललन कुमार चन्द्रवंशी ने बताया कि संवाददाता सम्मेलन के बाद केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस अपने संसदीय क्षेत्र हाजीपुर के राजापाकर में शिरोमणी बाबा चैहरमल जी के मूर्ति का अनावरण कर आर्शीवाद लिया।
पारस के साथ दलित सेना के प्रधान महासचिव घनश्याम कुमार दाहा, युवा प्रदेश अध्यक्ष उपेन्द्र यादव, रालोजपा के वरीय नेता मिंटू यादव, मनोज सिंह, राजेश सिंह, शिवनाथ पासवान, सुनील कुशवाहा, प्रकाश कुमार चन्दन के अलावे अनेकों नेता शामिल रहे।