इस अवसर पर दिल्ली NCR की प्रमुख लिवर प्रत्यारोपण सर्जन विशाल चौरसिया, डायरेक्टर लिवर प्रत्यारोपण, GI सर्जरी एवं GI ऑन्कोलॉजी अपनी ओपीडी शुरू करेंगे।
पटना ,(संवाददाता): वेंकटेश्वर हॉस्पिटल, द्वारका ने आज डॉ. बिमल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर प्रा. लिमिटेड, पटना, के साथ मिलकर लिवर प्रत्यारोपण ओपीडी की शुरुआत की। इस अवसर पर दिल्ली एनसीआर की प्रमुख लिवर प्रत्यारोपण सर्जन विशाल चौरसिया, डायरेक्टर, लिवर प्रत्यारोपण, जीआई सर्जरी एवं जी.आई ऑन्कोलॉजी अपनी ओपीडी शुरू करेंगे। डॉ. बिमल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर प्रा. लिमिटेड में डॉ. विशाल चौरसिया हर महीने के दूसरे गुरुवार को सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक ओपीडी करेंगे ।
इस प्रेस वार्ता के ज़रिये डॉ विशाल चौरसिया ने पटना शहर के निवासियों को जानकारी दी कि लिवर सम्बंधित किसी भी प्रकार की सर्जरी के परामर्श के लिए अब उन्हें शहर से बहार जाने की ज़रूरत नहीं होगी और अपने शहर में ही यह सुविधा इस ओपीडी के ज़रिये उपलब्ध होगी । डॉ विशाल चौरसिया ने और जानकारी देते हुए कहा की गंभीर रोगों के कारण शरीर के प्रमुख अंग जैसे लिवर, किडनी आदि ख़राब हो जातें हैं और ऐसी स्तिथि में इलाज के दृष्टिकोण से प्रत्यारोपण करना एक जीवन दायक विकल्प माना जाता है,
डॉ विशाल चौरसिया ने कहा की जागरूकता की कमी, प्रत्यारोपण की उचित सुविधाओं तक पहुंच ना होने और सही डोनर के ना मिलने के कारण बहुत भारी संख्या में मरीज़ इस विकल्प का चुनाव कर पाने में असमर्थ होते हैं। डॉ विशाल चौरसिया ने और जानकारी देते हुए कहा की एक लिवर फेलियर का मरीज़ जो फेलियर के कुछ महीने में मर सकता है, वो एक सफल लिवर प्रत्यारोपण से सामान्य ज़िन्दगी जी सकता है ।
भारत में प्रत्यारोपण टीमों की सफलता की दर दुनिया में सबसे अच्छी है, दुनिया भर से मरीज़ हमारे देश में ट्रांसप्लांट करवाने आते हैं पर हमारे देश के मरीज़ कुछ क्षेत्रों में उन्नत उपचार और आधुनिक तकनीक जैसी सुविधाओं वाले केन्द्रो तक नहीं पहुंच पा रहे हैं । इस ओपीडी के ज़रिये लिवर प्रत्यारोपण के मरीज़ो और उनके परिजनों को बीमारी की सही स्थिति की जानकारी मिल पायेगी एवं लिवर प्रत्यारोपण करवाने के लिए विचार करने में मदद मिलेगी।
डॉ. विशाल चौरसिया इस ओपीडी के ज़रिये यह भी आशा करते हैं कि तमाम पटना वासियों को लिवर प्रत्यारोपण और उस से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी मिल पायेगी। इस से लिवर की बीमारियों से ग्रस्त रोगियों को प्रोत्साहन मिलेगा और लिवर प्रत्यारोपण के बाद ज़िन्दगी जीने का नया हौसला मिलेगा। इस ओपीडी के साथ साथ वेंकटेश्वर हॉस्पिटल एवं डॉ. बिमल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर प्रा. लिमिटेड कई और जानकारी वाले कार्यक्रम भी करेंगे जिस से शहर के निवासी लिवर प्रत्यारोपण की सर्जरी के प्रति जागरूक हो।
डॉ बिमल कुमार, निदेशक, और वरिष्ठ सलाहकार, गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी, डॉ. बिमल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर प्रा. लिमिटेड ने कहा कि हमें ख़ुशी है कि हम वेंकटेश्वर हॉस्पिटल, द्वारका के साथ जुड़ रहे हैं और हमें आशा है की डॉ विशाल चौरसिया के ओपीडी से पटना और आस पास के इलाकों में रहने वाले लिवर के मरीज़ों को काफी सहूलियत मिलेगी।
इस ओपीडी को कामयाब बनाने के लिए हम पूरे तरीके से वेंकटेश्वर हॉस्पिटल का सहयोग करेंगे ताकि इस ओपीडी से ज़्यादा से ज़्यादा निवासियों को लाभ मिले।वेंकटेश्वर हॉस्पिटल, एक मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल है जिसमें अत्याधुनिक तकनीक इस्तेमाल से, समर्पित मेडिकल प्रैक्टिशनर्स चिकित्सा व देखभाल देने के लिए एक छत के नीचे उपलब्ध हैं। सबसे आधुनिक उपकरणों और सूचना प्रौद्योगिकी से लैस, हमारे चिकित्सक हमारे रोगियों को सर्वाेत्तम संभव उपचार प्रदान करने के लिए एक टीम के रूप में काम करते हैं। 34 विशिष्टताओं में हमारी प्रवीणता के साथ, हम 100 क्रिटिकल केयर बेड और 10 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर के आधार पर सर्वाेत्तम बुनियादी ढांचे और चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान करते हैं।