मुख्यमंत्री बनने का सपना पूरा नहीं होने के कारण भी ये अस्तव्यस्त हैं।
पटना: भाजपा विधानमंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने यूनिसेफ औऱ डब्ल्यूएचओ द्वारा बिहार में कागज पर बच्चों का टीकाकरण संबधी खुलासा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि राज्य में अनेक विभागों में कागज पर ही कार्य हो रहा है औऱ लोकधन की लूट की जा रही है।
सिन्हा ने कहा कि टीकाकरण के लिए तय स्थानों में129 जगह पर बच्चों को टीकाकरण नहीं किया जाना और कागज पर टीकाकरण दिखाना गम्भीर विषय है।इससे राज्य का स्वास्थ्य विभाग का पूरा महकमा पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।ये बिभाग में मिशन60 की बात करते हैं लेकिन टीकाकरण के कार्य में भी फर्जीबाड़ा किया जा रहा है।मीजल्स औऱ चिकेनपॉक्स जैसी संक्रामक बीमारियों को रोकने वाले इन टीकों का घपला करने के कारण बच्चों पर खतरा बढ़ गया है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नल जल योजना, जल जीवन हरियाली योजना, ड्रोन से शराब तलाशने की योजना, पुराने भवन को ढहाकर नये भवन बनाने की योजना जैसी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं जिसमें लोकधन का लूट ही एकमात्र लक्ष्य है।अब पंचायती राज विभाग अपने हिस्से की नल जल योजना का स्थानांतरण लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण बिभाग को करने जा रही है।जब यही करना था तो यह योजना पंचायती राज विभाग को शुरू में क्यों दिया गया?यह राज्य में प्रशासनिक अराजकता का एक नमूना है।हद तो तब होती है जब कार्रवाई के नाम पर नीचे के कर्मचारी को बलि का बकरा बना दिया जाता है।
सिन्हा ने कहा कि पांच-पांच भाग रहने के कारण उप मुख्यमंत्री तेजस्वी जी किसी भी बिभाग का दायित्व अच्छे से नहीं संभाल पा रहे हैं।अपनी कार्य शैली में तो दिखाबा इस प्रकार करते हैं की इनका अपने विभागों पर पूरा नियंत्रण है लेकिन बास्तविकता यह है कि इनके बिभागों के सभी कार्य दिशा हीन एवम भरस्टाचार से ओतप्रोत हैं। मुख्यमंत्री बनने का सपना पूरा नहीं होने के कारण भी ये अस्तव्यस्त हैं।
सिन्हा ने कहा कि सरकार बड़ा प्रशासनिक फेर बदल कर रोज़ नया नया प्रयोग कर रही है।लेकिन पूर्व की असफलताओ के अनुभवों से सीख नहीं लेने के कारण हर बार बिफलता तय है।बिहार की जनता भगवान के भरोसे हो गई है।