यहां पर कुछ काम बचे हुऐ हैं, उसे भी पूरा करवा रहे हैं।
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस जगह को गया जी नाम से लोग जानते हैं। यहां पर काफी तादाद में लोग पिंडदान करने आते हैं। यहां पर पहुंचने को लेकर कई रास्तों का निर्माण कराया गया है। यहां पर कुछ काम बचे हुऐ हैं, उसे भी पूरा करवा रहे हैं। निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद यहां आने वाले लोगों को और सुविधा होगी। हम चाहते हैं कि यहां पर जितने लोग आते हैं उससे और ज्यादा लोग यहां पर आयें। इसी को लेकर हमलोग यहां पर सुविधा उपलब्ध करवा रहें हैं। यहां पर जो काम हो रहा है उसे देखने के लिए हमलोग यहां आये हैं। पितृपक्ष मेला शुरु होने वाला है, उसकी तैयारी को देखने हमलोग यहां आए हैं। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने विष्णुपद मंदिर पहुंचने के लिए प्रस्तावित वैकल्पिक रास्ता के निर्माण का अवलोकन किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि फल्गु नदी पर बने गया बाईपास पुल के पास से ही ऊपर से विष्णुपद मंदिर जाने के लिये नदी किनारे ऊंचा और चौड़ा रास्ता बनाएं ताकि श्रद्धालुओं को विष्णुपद मंदिर पहुंचने में कोई परेशानी नहीं हो और घाट का स्वरूप भी सुंदर दिखे। उन्होंने कहा कि हाल ही में आयोजित राजगीर के मलमास मेले में 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। हम चाहते हैं कि गया में भी अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धालु आएं। देश भर के लोग पितृपक्ष मेले के दौरान यहां आते हैं उन्हें किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो, उसका ख्याल रखें। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने मोक्षदायिनी फल्गु नदी के दाएं तट पर मां सीता पथ एवं नदी तट के विकास कार्य का शिलापट्ट अनावरण कर लोकार्पण किया। उन्होंने वहां पौधारोपण भी किया।
मुख्यमंत्री ने मां सीता की पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने विष्णुपद मंदिर में पूजा-अर्चना की एवं राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने विष्णुपद मंदिर तक पहुंचने के वैकल्पिक रास्ते के लिए निर्माण हेतु स्थल का अवलोकन किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने विष्णुपद मंदिर के आसपास पितृपक्ष मेला से संबंधित विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि यहां पर सोलर प्लेट लगाएं ताकि सौर ऊर्जा को और बढ़ावा मिल सके। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने शिलापट्ट अनावरण कर गयाजी धर्मशाला का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री के समक्ष गयाजी धर्मशाला से संबंधित प्रस्तुतीकरण भी दिया गया।