देश की आजादी की लड़ाई में खादी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
Patna: बिहार राज्य खादी ग्राम उद्योग बोर्ड द्वारा किला मैदान में खादी मेला सह उद्यमी बाजार लगाया गया है जिसका उद्घाटन जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल और उद्योग विभाग के विशेष सचिव सह बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी दिलीप कुमार ने किया। मेला के उद्घाटन के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए बक्सर के जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने कहा कि किला मैदान में लगा हुआ यह खादी मेला बक्सर के लोगों के लिए एक बड़ा अवसर है। राज्य के विभिन्न जिलों के खादी उत्पादक बक्सर आए हुए हैं। वह हमारे मेहमान हैं। उनके द्वारा बनाए गए खादी को प्रोत्साहित किया जाना जरूरी है । खादी के वस्त्र आरामदायक होते हैं साथ ही किफायती और फैशनेबल भी हम सबको सप्ताह में काम से कम एक दिन खड़ी के वस्त्र पहनना चाहिए। उन्होंने कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योग हमारे देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ रहा है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की अपील पर घर-घर चरखा चलाने का अभियान चला जिससे स्वदेशी को बल मिला। महात्मा गाँधी ने खादी और चरखे को नई समाज का प्रतीक माना था। वह एक ऐसी व्यवस्था कायम करना चाहते थे जिसमें हर व्यक्ति को काम मिले। यह खादी और ग्रामोद्योग के माध्यम से ही संभव है।
देश की आजादी की लड़ाई में खादी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस क्षेत्र में अभी भी रोजगार सृजन की संभावनाएँ सबसे अधिक है। सरल तकनीक और कम पूंजी निवेश के बल पर कुटीर उद्योग खड़ा किया जा सकता है जिससे समाज के कमजोर वर्गों और महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिले। राज्य सरकार द्वारा खादी एवं ग्रामोद्योगों के विकास पर काफी बल दिया है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी हजारों नये उद्योग लगे हैं। बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि खादी एवं ग्रामोद्योग के विकास हेतु उद्योग विभाग की ओर से मुख्यमंत्री खादी एवं ग्रामोद्योग योजना का कार्यान्वयन किया जा रहा है। इस योजना के अन्तर्गत नई तकनीक से युक्त न्यू माॅडल चरखा, कटिया चरखा आदि का 90 प्रतिशत अनुदान पर वितरण, खादी संस्थाओं को सिलाई मशीन, कढ़ाई मशीन, ऊनी वस्त्र बुनाई मशीन आदि के लिए वित्तीय सहायता तथा खादी एवं ग्रामोद्योग प्रक्षेत्र के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन शामिल है।
इस योजना से खादी एवं ग्रामोद्योग प्रक्षेत्र को बढ़ाने में मदद मिलेगी। बक्सर के किला मैदान में लगाए गए खादी मेला में 125 से अधिक स्टाल लगाए गए हैं। मेला में मधुबनी खादी, भागलपुरी सिल्क, हैंडीक्राफ्ट एवं हैंडलूम के आइटम्स तथा मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत लाभ प्राप्त करने वाले उद्यमियों की इकाइयों में उत्पादित माल को प्रदर्शनी और बिक्री के लिए रखा गया है।खादी मेला का उद्घाटन के अवसर पर उप विकास आयुक्त डॉ महेंद्र पाल, अनुमंडल पदाधिकारी, जिला उद्योग केंद्र बक्सर के महाप्रबंधक पेट्रुस सोरेंग, परियोजना प्रबंधक मनीषा कुमारी, जिला खादी एवं ग्रामोद्योग पदाधिकारी अभय सिंह, राजीव रंजन उर्फ मुन्ना जी, उदय शंकर दुबे, उद्योग विस्तार पदाधिकारी सह अर्थ अन्वेषक मृणाल सिंह, विद्याभूषण पाठक आदि उपस्थित रहे।