ऐसा करने के लिए अति पिछड़ा वर्ग आयोग को भी मिलकर पत्र सौपा गया था।
Patna: पुनाईचक अवस्थित बिहार निषाद संघ के प्रदेश कार्यालय में संघ के सचिव मंडल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए संघ के प्रदेेश अध्यक्ष ई हरेंद्र प्रसाद निषाद ने कहा कि पूर्व के सरकार ने यादव के सभी उपजातियों को यादव शीर्ष में एकीकरण किया और वैश्य के सभी उपजातियों को एकीकृत कर वनिया शीर्ष में एकीकरण किया।बिहार निषाद संघ द्वारा निषाद/मल्लाह के सभी उपजातियों को एकीकृत कर निषाद/ मल्लाह शीर्ष में समावेशित करने के लिए माननीय मुख्य मंत्री और पिछडा वर्ग आयोग को पाॅच वर्ष पूर्व से पत्राचार किया जा रहा है। ऐसा करने के लिए अति पिछड़ा वर्ग आयोग को भी मिलकर पत्र सौपा गया था।
किन्तु सरकार ने निषादों के अनुरोध पर कोई निर्णय नहीं लिया।कार्यकारी प्रधान महासचिव ने निषाद/मल्लाह के सभी उपजातियों को अलग-अलग कोड में जातीय जनगणना करया गया जिससे हमारी अबादी का कुल आकडा सही न हो सका।
प्रदेश उपाध्यक्ष विनय कुमार विद्यार्थि ने कहा कि मल्लाहों के सभी उपजातियों को एकीकृत कर एक कोड में गणना कराया जाता तो हमारी आबादी आठ प्रतिशत से अधिक होता। कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष जलेश्वर सहनी ने कहा कि निश्चय ही निषाद की आबादी यादव के बाद है।महासचिव दिलीप कुमार निषाद ने कहा कि जातीय गणना करने वाले कर्मचारी कई घरों पर गये ही नहीं।सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि निषाद/ मल्लाह के सभी उपजातियों को अलग-अलग जातीय जनगणना करने के बिरोध में दिनांक 14 अक्टूबर 2023को पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर रोष पूर्व महाधरना देने का निर्णय लिया गया। बैठक में मीना कुमरी,मिथिलेश कुमार निषाद, नन्द किशोर सहनी,राजेश कुमार, मदन प्रसाद सिंह, रनवीर कुमार निषाद, कैलास सहनी,सुनील निषाद,सुरेश प्रसाद सहनी, अखिलेश कुमार निषाद सहित कई ने भाग लिया।