2024 से पहले इनकी एकता ताश के महल की तरह भरभरा कर ध्वस्त हो जायेगी.
पटना: दिल्ली में चल रही विपक्षी एकता की कोशिशों के असफल होने की भविष्यवाणी करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने आज कहा कि देश में चल रही प्रधानमन्त्री मोदी की आंधी से विपक्षी दलों का मनोबल पूरी तरह टूट चुका है. इसी वजह से कल तक एक दूसरे को पानी पी पी कर कोसने अवसरवादी आज एक साथ खड़े होने को मजबूर हो चुके हैं. लेकिन दिल्ली पर कब्जा करने की इनकी मंशा कभी भी पूरी नहीं होने वाली. 2024 से पहले इनकी एकता ताश के महल की तरह भरभरा कर ध्वस्त हो जायेगी.
उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति या परिवार के इर्द-गिर्द बने इनके दलों में पहले ही दंगल मचा हुआ है. इनमें हर दूसरा व्यक्ति पीएम उम्मीदवार है. इसके अलावा इनकी खुद की पार्टियों में भी भगदड़ मची हुई है. रोजाना इनके नेता थोक के भाव में पार्टी छोड़ कर जा रहे हैं. यह लोग जान चुके हैं कि आने वाले भविष्य में इनके लिए अपनी राजनीतिक दूकान बचाए रखना भी मुश्किल हो जाएगा. इसीलिए केवल अपना अस्तित्व बचाने और कार्यकर्ताओं को बरगला कर अपने पास रखने के लिए यह लोग आपसी एकता का दिखावा कर रहे हैं.
श्री चौधरी ने कहा कि आपसी एकता का ढोल पीट यह रहे लोग अवसरवाद के भी चैंपियन हैं. लोग जानते हैं कि आज साथ जीने मरने की कसमें खा रहे यह नेता मौका मिलते ही एक दूसरे की पीठ पर वार करने से चूकने वाले नहीं है. अगर इनमे हिम्मत हो तो यह बताएं कि इनकी बारात का दूल्हा कौन है?
नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद के विरोध में खड़े इन जातिवादियों और परिवारवादियों के बीच डोल रहे नीतीश कुमार की हालत सबसे हास्यास्पद है. जिनकी राजनीति कांग्रेस विरोध में शुरू हुई और जिनकी तमाम उम्र राजद के विरोध में कट गयी उन नीतीश कुमार को शहजादों में दरबार में नतमस्तक होना और सम्मान में कसीदे पढ़ते देखना यह दिखाता है कि लोभ और महत्वकांक्षा किसी व्यक्ति की कैसी दुर्गति कर देता है. इससे पता चलता है कि सिर्फ संगत बदलने से किसी की रंगत कैसे बदल जाती है.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की गोद में बैठे अपने चेलों की मौकापरस्ती को देखकर आज जेपी, लोहिया जैसे महापुरुषों की आत्मा भी स्वर्ग में कराह रही होगी.