अररिया विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले अबीदुर रहमान ने कहा कि वह पैर में दर्द की वजह से खड़े नहीं हुए।
पटना : बिहार में सोमवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में राष्ट्रगान के दौरान एक कांग्रेस विधायक के बैठे रहने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नाराजगी जताई। अररिया विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले अबीदुर रहमान ने कहा कि वह पैर में दर्द की वजह से खड़े नहीं हुए। हालांकि, 55 वर्षीय रहमान दिवंगत सदस्य के सम्मान में दो मिनट का मौन रखे जाने के दौरान खड़े नजर आए।
बाद में, भाजपा विधायक नीरज सिंह बाबू ने संवाददाताओं से कहा कि यदि रहमान पैर में दर्द की वजह से राष्ट्रगान के सम्मान में खड़े नहीं हुए, तो बाद में उनका दर्द कैसे गायब हो गया?
उन्होंने कहा कि रहमान दिवंगत सदस्य के सम्मान में रखे गए मौन के दौरान खड़े थे, जिसमें राष्ट्रगान में लगने वाले समय से अधिक समय लगा, इसलिए ऐसा लगता है कि उन्होंने जानबूझकर राष्ट्रगान का अपमान किया।
भाजपा विधायक एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने रहमान की निंदा की और विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी से ‘‘राष्ट्रगान के अपमान’’ का संज्ञान लेने तथा उचित कार्रवाई करने की मांग की। अन्य भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार ने कांग्रेस विधायक के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की।
इससे पहले, कार्यवाही शुरू होने से पहले, भाजपा विधायकों ने 1.15 लाख शिक्षकों की "तत्काल भर्ती" की मांग को लेकर नारेबाजी की, जिसके लिए पिछली राजग सरकार द्वारा सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दी गई थी। उन्होंने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं।
उन्होंने "राजग शासन के दौरान स्वीकृत कुल 2.34 लाख पदों पर भर्तियों को पूरा करने" की भी मांग की।
महागठबंधन सरकार को बाहर से समर्थन दे रही भाकपा (माले)-लिबरेशन ने "राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण द्वारा अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने" का आरोप लागते हुए प्रदर्शन किया।