सिन्हा ने कहा कि उन्होंने एक माह पूर्व सरकार को आगाह किया था कि डेंगू महामारी का रुप ले रहा है।
पटना: बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने राज्य में डेंगू मरीजो की संख्या अधिकारिक रुप से एक हजार पार करने पर चिन्ता व्यक्त करते हुये कहा है कि डेंगू की रोकथाम एवं चिकित्सा में क्रमशः नगर विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग विफल हो गया है।सरकारी अस्पतालों में हाहाकार मचा हुआ है।
सिन्हा ने कहा कि उन्होंने एक माह पूर्व सरकार को आगाह किया था कि डेंगू महामारी का रुप ले रहा है। रोकने एवं निपटने की तैयारी कीजिये। लेकिन नगर विकास विभाग कागज पर फौंगिग और एण्टी लार्वा का छिड़काव दिखाकर राशि का बंदरबाट करा रही है। पटना के लोगों को नगर निगम आयुक्त का बयान याद है जो उन्होंने पहली वर्षा में पटना जलमग्न होने के पूर्व दिया था। कहा था कि कही भी जल जमाव नहीं होगा।आज एक वार फिर लोगों को नगर विकास औऱ स्वास्थ्य विभाग की अकर्मण्यता औऱ भ्रष्टाचार के कारण ड़ेंगू जैसे खतरनाक वीमारी का सामना करना पड़ रहा है।
सिन्हा ने कहा कि इस वर्ष सरकारी आँकड़ा में कुल 1332 ड़ेंगू पीड़ित मरीज दिखाए जा रहे है लेकिन वास्तविकता में इनकी संख्या काफ़ी अधिक है।सरकार सच्चाई बाहर नहीं आने देना चाहती है।पीड़ित लोग निजी अस्पताल जा रहे है। सरकारी अस्पताल में दवा, बेड एवं चिकित्सकों का अभाव है। राज्य के लोग अवगत हैं कि डेंगू पीड़ित होने पर राजनेता एवं अधिकारी पटना के निजी अस्पताल में भर्त्ती हो रहे हैं।
सिन्हा ने कहा कि डेंगू से लड़ने के नाम पर स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों और नगर निगमों को अलर्ट जारी कर रहा है। यह हास्यास्पद है। जब सरकारी अस्पताल में अवसंरचनात्मक कमी है और नगर विकास विभाग द्वारा कागज पर फौगिंग होता है, कितना भी अलर्ट जारी करे, डेंगू पीड़ितो को कोई मदद नहीं मिल रही है।
सिन्हा ने आश्चर्य व्यक्त किया कि गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल पटना सिटी जैसे प्रसिद्ध अस्पताल में पीने के पानी की किल्लत हो गई है। वीडियों वायरल है। पटना सिटी पर्यटन की दृष्टि से राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय महत्व का है।सरकार का मिशन 60 कहीं सफल नहीं दिख रहा है।स्वास्थ्य विभाग औऱ नगर विकास विभाग दोनों के मंत्री स्वयं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव हैं।विभागीय काम के लिए इन्हें समय नहीं है।अपना अधिकांश समय विपक्षी गठबंधन औऱ मुकदमा कार्यों में व्यतीत करते हैं।