ऋतुराज सिन्हा ने जदयू के विधान पार्षद की गिरफ्तारी को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
पटना : बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने जदयू एमएलसी की गिरफ्तारी और अमित शाह के दौरे को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि जनता के पैसों का दुरुपयोग करने वालों पर ईडी का शिकंजा तो कसेगा ही, साथ ही कहा कि अमित शाह के बिहार दौरे से इंडिया गठबंधन के नेता घबरा रहे हैं.
ऋतुराज सिन्हा ने जदयू के विधान पार्षद की गिरफ्तारी को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि जैसी करनी वैसी भरनी. जनता के पैसों को जिसने खाया है और जिसने दुरुपयोग किया है, उन लोगों पर ईडी का शिकंजा तो कसेगा ही. आप खुद देखिए आप आम आदमी है तो फिर आपको ईडी का डर क्यों है."जिन्होंने जनता के गाढ़ी कमाई को लूटने का काम किया है वैसे लोगों को तो जेल जाना ही होगा. इस पर अगर कोई सियासत कर रहा है तो वह गलत है. ईडी स्वतंत्र इकाई है और वह अपना काम कर रही है"।
सिन्हा ने अमित शाह के दौरे को लेकर कहा कि अमित शाह लोकसभा प्रवास कार्यक्रम के दौरान पूरे देश में दौरा कर रहे हैं. बिहार में मुंगेर भी आए थे, जगदीशपुर में भी कार्यक्रम हुआ था उससे पहले पटना भी वह आए थे. हाल में नवादा में भी उनका कार्यक्रम हुआ था वैसे ही झंझारपुर में भी लोकसभा प्रवास के दौरान ही कार्यक्रम हो रहा है और मिथिलांचल के जनता को इस बार गृहमंत्री अमित शाह बहुत बड़ा संदेश देने के लिए वहां पर आ रहे हैं. अमित शाह जब- जब बिहार आते हैं तो इंडिया गठबंधन के जो नेता हैं, वह घबरा जाते हैं."ये लोग घबरा करके कुछ से कुछ बयानबाजी करने लगते हैं. आप समझ लीजिए की किस तरह की मानसिकता वाले यह लोग हैं कि कभी कुछ कहते हैं तो कभी कुछ कहते हैं. ये लोग तो यह भी कहते हैं कि अमित शाह के दौर से बिहार भाजपा कमजोर होगी. अब खुद समझिए कि कभी भी कोई पार्टी का बड़ा नेता अगर कहीं दूसरे जगह जाता है या कोई बड़ी रैली करता है तो क्या पार्टी कमजोर होती है. इन्हें घबराहट होती है तो कुछ कुछ बोलते रहते हैं"।
उन्होंने इंडिया गठबंधन के 40 सीटों के दावा वाले बयान पर निशाना साधते हुए कहा की पहले वह सीट तो बटवारा कर लें. हमें लगता है जिस तरह की स्थिति इंडिया गठबंधन में चल रही है. सीट बंटवारे में ही यह गठबंधन टूट जाएगी, क्योंकि अब इस गठबंधन में आपसी कलह देखने को मिल रही है और कभी भी ये एक दूसरे पर आरोप लगाकर गठबंधन से बाहर हो सकते हैं.।क्या वाम दल और इंडी एलियानेंस को नेतृत्व करने वाली कांग्रेस और बाकी घटक दल 8 सीट पर मान जायेंगे ?