रोजगार मेले का यह संस्करण देश भर में 22 राज्यों के 45 कंद्रों पर आयोजित किया गया, जिसमें 71 हजार लोगों को नियुक्ति पत्र मिले।
पटना : पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि केंद्र की ओर से मंगलवार को आयोजित रोजगार मेला, रोजगार सृजन को सर्वाेच्च प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता है। सभी मंत्रालय और विभाग मिशन मोड में खाली पड़ी रिक्तियों को भरने की दिशा में कार्यरत हैं। रोजगार मेले का यह संस्करण देश भर में 22 राज्यों के 45 कंद्रों पर आयोजित किया गया, जिसमें 71 हजार लोगों को नियुक्ति पत्र मिले। पीएम मोदी ने इस साल तक 10 लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया है। इस दिशा में सरकार जोर-शोर से काम कर रही है। मैं देश के लोकप्रिया व आदरणीय पीएम नरेंद्र मोदी के इन प्रयासों के लिए उन्हें दिल से धन्यवाद देता हूं।
पांडेय ने कहा कि ये नई भर्तियां केंद्र सरकार की विभिन्न विभागों व मंत्रालयों के साथ ही राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में विभिन्न पदों पर की गयीं। इस अवसर पर पीएम ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित भी किया और कहा कि रोजगार मेला रोजगार सृजन में उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा और युवाओं को उनके सशक्तिकरण और देश के विकास में भागीदारी के लिए सार्थक अवसर प्रदान करेगा। पीएम के इस प्रयास से अब तक रोजगार मेलों के द्वारा सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्रों का आंकड़ा 3 लाख 59 हजार पहुंच गया। जो एक विकसित राष्ट्र की कल्पना में सहायक साबित होगा।
पांडेय ने कहा कि पूरे विश्व में जहां कोरोना के बाद रोजगार सृजन की संभावनाएं कम हुईं और आर्थिक विकास की दर धीमी पड़ी। वहीं देश में रोजगार से लेकर आर्थिक विकास की रफ्तार गति पर है। पीएम ने रोजगार मेले की शुरुआत 22 अक्टूबर 2022 को की थी। इसके बाद क्रमवार 22 नवंबर 2022, 20 जनवरी 2023 और 13 अप्रैल 2023 को मेले आयोजित किए गए। केंद्र सरकार नौकरी देने के अपने लक्ष्य के प्रति तेजी से अग्रसर है। तमाम विरोधियों को केंद्र की इस सौगात से असहजता महसूस हो रही होगी। मगर देश की जनता केंद्र की रोजगार सृजन नीति की प्रशंसा करते नहीं थक रही। आज विपक्षी पार्टिंया केवल खामियां ढूंढने में लगी है। मगर पीएम देश की जनता से रोजगार सृजन के किए वादों को पूरा कर नया कीर्तिमान गढ़ने में लगे हैं।