नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने 5 अप्रैल 2016 को शराब की बिक्री और खपत पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था।
पटना : बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में संदिग्ध जहरीली शराब पीने से जान गंवाने वालों की संख्या सोमवार को बढकर 26 हो गई। इस मामले में पांच थानाध्यक्षों को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा ने सोमवार को पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘पिछले दस घंटों में चार और लोगों की मौत होने के बाद, मरने वालों की कुल संख्या अब 26 हो गई है। घटना के बाद संबंधित थानों के पांच थानाध्यक्षों को भी कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने को लेकर निलंबित कर दिया गया है’’।
उन्होंने बताया कि तुरकौलिया, हरसिद्धि, सुगौली, रघुनाथपुर और पहाड़पुर के थानाध्यक्षों को निलंबित किया गया है। जिला पुलिस ने इस मामले को लेकर रविवार को दो पुलिस अधिकारियों एवं नौ चौकीदारों को निलंबित कर दिया था। जिला पुलिस ने अब तक पांच मामले दर्ज किए हैं और जांच कर रही है।
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने 5 अप्रैल 2016 को शराब की बिक्री और खपत पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था।
जिला पुलिस ने शनिवार और रविवार को संबंधित थानों के विभिन्न हिस्सों में 600 से अधिक स्थानों पर तलाशी के दौरान 370 लीटर देसी शराब और 50 लीटर कच्चा स्प्रिट बरामद किया है। 1150 लीटर अर्धनिर्मित शराब को नष्ट कर दिया गया।
बिहार की नीतीश कुमार सरकार द्वारा अप्रैल 2016 में ही प्रदेश में शराब की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। शराब तस्करों के खिलाफ राज्य सरकार द्वारा व्यापक स्तर पर अभियान चलाए जाने के बावजूद प्रदेश में शराब की तस्करी के मामले सामने आते रहे हैं।