निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने मंदिर में श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर के....
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाधान यात्रा के क्रम में बक्सर जिले में ब्रह्मपुर स्थित बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर में भगवान भोलेनाथ एवं माता पार्वती की पूजा अर्चना कर राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर का भ्रमण कर मंदिर प्रांगण स्थित तालाब का निरीक्षण किया। पर्यटन विभाग के सचिव श्री अभय कुमार सिंह ने बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर परिसर में प्रस्तावित क्यू मैनेजमेंट सिस्टम, मंदिर प्रांगण स्थित तालाब का जल निकासी, प्रस्तावित ऑब्जरवेशन डेक एवं घाट, एंट्री गेट, रिनोवेशन ऑफ ओल्ड टॉयलेट सहित मंदिर के सौंदर्यीकरण हेतु किये जानेवाले कार्यों के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने मंदिर में श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण एवं विकास का कार्य बेहतर ढंग से कराए ताकि यहां आनेवाले श्रद्धालुओं को स्नान, पूजा-अर्चना आदि में किसी प्रकार की असुविधा न हो। मंदिर के बाहरी और अंदरूनी हिस्से का ठीक ढंग से विकास हो, इसका विशेष ख्याल रखें। मंदिर के विकास कार्य में मंदिर प्रबंधन के लोगों का भी सहयोग और सुझाव लें। तालाब के जलनिकासी का कार्य यथाशीघ्र सुनिश्चित करें। मंदिर प्रबंधन द्वारा मुख्यमंत्री को पुष्पगुच्छ एवं अंगवस्त्र भेंटकर उनका अभिनंदन किया
गया। बाबा बह्मेश्वरनाथ मंदिर में पूजा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जुलाई में ही इस मंदिर का शिलान्यास किया था। यहां पर जो काम हो रहा है उसे हमलोगों ने देखा है। यहां आने-जाने में सुविधा हो इसके लिए जो काम जरुरी है वह किया जायेगा। सभी लोगों से विचार विमर्श कर मंदिर के विस्तार को लेकर आगे भी काम किया जायेगा। मंदिर को और विकसित किया जायेगा, इससे यहां आने वाले लोगों को और सुविधा होगी। इस मंदिर में वर्ष 2005 और 2009 में भी आये थे। बाबा बह्मेश्वर नाथ की कृपा से ही हमलोग काम कर रहे हैं।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा की मांग हमलोगों की काफी पहले से है। यह हो जाता तो बहुत अच्छा होता। हमलोग तो विकास का काम कर ही रहे हैं लेकिन अगर विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता तो बिहार बहुत आगे बढ़ जाता।
रामचरितमानस विवाद पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत गलत बात है। धार्मिक मामलों में बहस नहीं करनी चाहिए। अपने-अपने धर्मों को मानने के लिए सभी को अधिकार है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के द्वारा माफी नहीं मांगने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत गलत बात है। उनकी पार्टी के लोगों ने ही सभी बातों को कह दिया है।