इन्होंने कहा कि भामाशाह को मान-सम्मान मिलने से हमसभी स्वयं को गौरवान्ति महसूस कर रहे हैं।
पटना : बिहार प्रदेश राजद व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह मोरवा विधायक रणविजय साहू ने अपने वक्तव्य में दानवीर भामाशाह की जयंती समारोह को बिहार सरकार के द्वारा कैबिनेट से स्वीकृति प्रदान करते हुए राजकीय समारोह के रूप में मनाये जाने की घोषणा पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव सहित महागठबंधन सरकार के निर्णय को ऐतिहासिक बताया। इन्होंने कहा कि भामाशाह को मान-सम्मान मिलने से हमसभी स्वयं को गौरवान्ति महसूस कर रहे हैं।
साहू ने कहा कि भाजपा ने हमेशा वैश्य समाज और व्यवसायियों का राजनीतिक लाभ लेने का कार्य किया लेकिन कभी भी विरासत और महापुरूष को मान-सम्मान नहीं किया। इन्होंने कहा कि भाजपा को नैतिक अधिकार नहीं है कि वह भामाशाह की जयंती मनाए, क्योंकि बिहार में 15 वर्षों से अधिक समय तक सत्ता-सुख भोगने वाली भाजपा कभी भी इस मामले में पहल नहीं की, जबकि राजद और तेजस्वी प्रसाद यादव जी हमेशा महापुरूषों के मान-सम्मान के साथ विरासत को आगे बढ़ाने में साथ दिया।
इस तरह के ऐतिहासिक और क्रांतिकारी निर्णय से भामाशाह के विचार और व्यक्तित्व को आगे बढ़ाने में मजबूती मिलेगी और वैश्य समाज की विरासत और महापुरूषों को जानने का मौका मिलेगा। ज्ञात हो कि इस संबंध में सदन के अन्दर और बाहर इस मामले को उठाते रहे जिसपर राज्य सरकार ने सदन के अंदर आश्वस्त किया था जो अब पूरा हुआ। इन्होंने आगे बताया कि दिनांक 30 अप्रैल, 2023 को राजद व्यवसायिक प्रकोष्ठ की ओर से दानवीर भामाशाह की जयंती मनायी जायेगी जिसका उद्घाटन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव करेंगे। कार्यक्रम में राज्यभर से नेता और कार्यकर्ताओं को शामिल होने के लिए जिला का भ्रमण किया जायेगा।