कांग्रेस का मानना है कि आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों का गठबंधन राज्यों के स्तर पर ही होगा।
पटना : पूर्व स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि 2024 में प्रधानमंत्री का सपना देख रहे नेताओं को कांग्रेस ने आईना दिखा दिया है। नागालैंड की एक सभा में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्ष के साझा प्रधानमंत्री उम्मीदवार से साफ इंकार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का उम्मीदवार कांग्रेस का ही होगा। कांग्रेस की कोशिश है कि वह अपने मन मुताबिक पार्टियों को गठबंधन का हिस्सा बनायें, क्योंकि कई राज्यों में विपक्षी पार्टियों में एका नहीं है। यह अलग बात है कि बिहार के महागठबंधन के नेता कांग्रेस की ओर टकटकी लगाए हुए हैं, लेकिन कांग्रेस इन दलों को ज्यादा तरजीह देने के मूड में नहीं है।
पांडेय ने विपक्षी एकता को अवसरवादिता बताते हुए कहा कि पीएम की महात्वाकांक्षा पाल रहे कई दलों के नेता स्वार्थसिद्धि नहीं पूरा होने पर कभी भी अपनी राहें जुदा कर सकते हैं। पिछले दिनों वाम मोर्चा के महाधिवेशन में तथाकथित महागठबंधन का दर्द यह बता रहा है कि ये सभी कांग्रेस के बिन बुलाये मेहमान जैसे हैं।
यह अलग बात है कि कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने महागठबंधन में शामिल दलों को कांग्रेस आलाकमान तक बात पहुंचा मामले को जल्द हल कराने को आश्वस्त किया, लेकिन उसके दूसरे दिन दिल्ली में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जयराम रमेश ने भी यह स्पष्ट कर दिया कि बिना मजबूत कांग्रेस के मजबूत विपक्ष की बात असंभव है। पांडेय ने कहा कि कांग्रेस नेता विभिन्ना दलों के प्रस्ताव को कहां तक मानते हैं, यह तो रायपुर के महाधिवेशन में ही विपक्षियों को पता चल जायेगा। कांग्रेस का मानना है कि आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों का गठबंधन राज्यों के स्तर पर ही होगा। राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के खिलाफ विपक्ष का साझा उम्मीदवार खड़ा करने की कोई संभावना नहीं।