उन्होंने कहा कि सत्ता की तलाश मे कुशवाहा की आत्मा विभिन्न दलों व गठबंधनों में भटक रही है और अपने...
पटना : जदयू नेता व उपेन्द्र कुशवाहा के सहयोगी रहे धीरज कुशवाहा ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा कुशवाहा समाज का विश्वास खो चुके हैं। बार-बार दल बदलने व अतिमहत्वाकांक्षा के तहत सीएम बनने की लालसा के कारण वे बहुत ही जल्दी-जल्दी दल व गठबंधन बदल रहे हैं। कुशवाहा ने अपनी पार्टी का जदयू में विलय करते समय कहा कि वे जीवन के अंतिम काल तक जदयू में रहेंगे। मगर अपने पहले के कार्यकाल की तरह उन्होंने तीसरी बार जदयू छोड़कर नया दल बनाया। कब तक इस दल में रहेंगे यह बी उनको जनता को बताना चाहिए।
कुशवाहा ने कहा कि वे जदयू में रहकर अपने आप को मजबूत कर रहे थे और अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए दल का उपयोग कर रहे थे और जदयू को कमजोर कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सत्ता की तलाश मे कुशवाहा की आत्मा विभिन्न दलों व गठबंधनों में भटक रही है और अपने साथ रहे लोगों की भावनाओ के साथ खिलवाड़ कर रही थी।
कुशवाहा ने कहा कि आज कुशवाहा उन हाथों में खेल रहें हैं जिन्होंने हमारे आदर्श सम्राट अशोक व कर्पूरी ठाकुर को अपमानित किया। उपेन्द्र कुशवाहा अब उनकी वकालत कर रहे हैं जो लोग बाबा साहब व कर्पूरी ठाकुर द्वारा प्रदत्त आरक्षण को खत्म करना चाह रहे हैं। धीरज कुशवाहा ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा ने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए विचारों के साथ समझौता किया और दलित अतिपिछड़ों के हितों के साथ उपेक्षा की। इसलिए उनके साथ जदयू में आये बड़ी संख्या में नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के अतिपिछड़ा व वंचितों को सम्मान देने की मुहीम का स्वागत करते हुए जदयू को और मजबूत करने का संकल्प लिया।
धीरज कुशवाहा ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा ने सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार साथ ही नहीं बिहार की 13 करोड़ जनता की भावनाओं का कत्ल किया जिन्होंने बिहार की बागडोर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंपा। इस मौके पर दिनारा से पूर्व रालोसपा प्रत्याशी राजेश कुशवाहा, वारिसनगर से पूर्व रालोसपा प्रत्याशी बी के सिंह, पश्चिम चंपारण से लोकसभा प्रत्याशी बृजेश कुशवाहा, कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र से पूर्व प्रत्याशी रामबाबू कुशवाहा, योगापट्टी से पूर्व प्रत्याशी सुनील कुशवाहा, रालोसपा के पटना अध्यक्ष रहे चंदन कुशवाहा, रालोसपा के प्रदेश महासचिव रहे रवि कुशवाहा, अशोक कुशवाहा सहित सैकड़ो की संख्या में रालोसपा से जदयू में आये नेता व कार्यकर्ता शामिल थे।