कुशवाहा ने कहा कि NCRB के आंकड़े के मुताबिक जहरीली शराब से बिहार से अधिक मौतें कर्नाटक, MP, UP, गुजरात और हरियाणा जैसे राज्यों में हुईं, लेकिन BJP...
पटना : बिहार प्रदेश जदयू अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि भाजपा राज्य और देश की जनता को भरमाने के अलावा कोई काम नहीं कर रही। अभी हाल-हाल तक उसने बिहार की जनता को नगर निकाय चुनाव के संदर्भ में अतिपिछड़ा आरक्षण को लेकर भरमाया और अब जहरीली शराब मामले में आमलोगों को बरगलाने में लग गई है। समाजहित में लिए गए शराबबंदी के ऐतिहासिक फैसले को अपनी राजनीति साधने के लिए गलत ठहराना उसकी ओछी मानसिकता का परिचायक है। भाजपा तो यह तक भूल गई कि इसी शराबबंदी के समर्थन में बनी मानव-श्रृंखला में उसके तमाम नेता और कार्यकर्ता हाथ में हाथ डालकर खड़े हुए थे।
उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़े के मुताबिक जहरीली शराब पीने से बिहार से अधिक मौतें कर्नाटक, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, गुजरात और हरियाणा जैसे राज्यों में हुईं हैं, लेकिन इन राज्यों में भाजपा खामोश है। आखिर क्यों? बिहार में उसके हाथों से सत्ता क्या छिनी, उसके तमाम नेता अपने आकाओं को खुश करने के लिए बस मुद्दों के जुगाड़ और अनर्गल बयानबाजी में लग गए हैं।
कुशवाहा ने कहा कि शराबबंदी पर झूठ और भ्रम का व्यापार बंद कर भाजपा बताए कि केन्द्र में बैठी उसकी सरकार कमरतोड़ महंगाई और भयावह बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर क्या कर रही है? हर साल दो करोड़ के हिसाब से आठ सालों में सोलह करोड़ रोजगार देने के उसके वादे का क्या हुआ? अपने चहते उद्योगपतियों को खुश करने के अलावा भी क्या कोई एजेंडा है उसके पास? सच तो यह है कि भाजपाइयों से आप कोई भी सवाल करें, वे उसका जवाब बस ‘हिन्दू-मुस्लिम’ में देंगे। लेकिन वे शायद यह भूल गए हैं कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। जुमलों की इस सरकार का हिसाब देश की जनता 2024 में जरूर करेगी।