पांडेय ने बताया कि पीड़िता पंचायत के वार्ड नंबर छः निवासी है।
Patna: पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था और दलितों की सुरक्षा के मामले पर राज्य सरकार संवेदनहीन है। जिसका ताजा उदाहरण पटना के खुसरुपुर थना इलाके में महादलित टोला की घटना है। जो किसी भी सभ्य समाज के लिए संवेदनहीनता की परकाष्ठा है। जहां एक महादलित महिला को प्रशासन के नाक के नीचे निर्वस्त्र कर पीटा जाता है। बीती रात मात्र पंद्रह सौ रूपए के कर्ज के ब्याज के लिए एक दबंग ने महादलित महिला के साथ मारपीट व अमानवीय व्यवहार कर जघन्य अपराध किया है। मैं पूछना चाहता हूं कि ये कौनसी सुशासन की सरकार बिहार में चलायी जा रही है ? अभी तक इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई है। जब से राजद राज्य में सत्तासीन हुई है बिहार में अपराध और अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है।
पांडेय ने कहा कि राजधानी पटना के समीप जब इंसानियत को शर्मसार करने वाली ऐसी घटना होगी तो बाकी जिलों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। ये घटना दिल दहला देने वाली है। एक महादलित महिला को न सिर्फ बेरहमी से निर्वस्त्र कर पीटा गया है, बल्कि उसके साथ अमानवीय व्यवहार भी किया गया। ये पूरी घटनाक्रम हमें शर्मिदंगी से भर देता है। क्या यही बिहार की शासनव्यवस्था है। जहां पंचायत का एक दबंग पीड़ित महादलित महिला के पति को बंधक बनाकर घर ले गया। उस दबंग ने पति के साथ बेरहमी से मारपीट की और उसकी पत्नि को भी पीटा।
पांडेय ने बताया कि पीड़िता पंचायत के वार्ड नंबर छः निवासी है। पीड़िता ने प्रशासन को मामले की पूरी जानकारी दी है कि इलाके के एक दबंग ने उसे निर्वस्त्र कर पीटा और अमानवीय व्यवहार की। मैं किसी तरह से जान बचाकर अपने घर की ओर भागी। पीड़ित महिला ने बताया कि मेरे पति ने कर्ज के तौर पर महज पंद्रह सौ रुपए लिए थे। जिसकी अदायगी कर दी गई थी। इसके बावजूद दबंगई के बल पर कर्ज के अतिरिक्त सूद के रूप में पैसा मांगा जा रहा था। ऐसी घटना संपूर्ण राज्य को देश में बदनाम करती है। राजद के नेता ऐसी व्यवस्था को ही सुशासन की व्यवस्था कहते हैं।