कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने उनके तैलचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धाजलि अर्पित की।
पटना : किदवईपुरी स्थित ठाकुर प्रसाद कम्यूनिटी हॉल में बिहार निषाद संघ के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक की अध्यक्ष्यता करते हु संघ के प्रदेश अध्यक्ष ई. हरेन्द्र प्रसाद निषाद ने अत्यंत पिछड़ा वर्ग की सूची में अंकित निषाद समुदाय की सभी उपजातियों को एकीकृत कर निषाद श्रेणी में रखने की मुख्यमंत्री से मांग की। कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर सहनी जातीय जनगणना पर जागरुकता लाने का सुझाव दिया ताकि निषाद समुदाय की संख्या बल का सही आंकड़ा प्राप्त हो सके ।
कार्यकारी प्रधान महासचिव धीरेंद्र निषाद ने वर्षों से लम्बित निषादों की अति आवश्यक मांगे जैसे परम्परागत मछुआ जाति का सूची जारी करना, बालू खनन के बन्दोवस्ती में निषादों के लिए कोटा निर्धारित करना, नदियों के दियारे की खेती योग्य जमीन की बन्दोबस्ती भूमिहीन निषादों के साथ करना। निषाद गोता खोरों की नियमित नियुक्ति करना एवं प्रत्येक शहरों एवं प्रखंडों में फिश मार्केट बनाने को सरकार से शीघ्र निर्णय लेने की मांग की।
राजभूषण चौधरी ने कहा कि जब तक प्रत्येक विभाग में निषाद समाज के पदाधिकारी नहीं होंगे तब तक इस समाज को उचित न्याय पाना सम्भव नहीं होगा, इन्होंने प्रोफेशनल उच्च शिक्षा के प्रति जागरूकता लाने का सुझाव दिया। प्रेम कुमार चौधरी ने कहा एन०डी०ए० एवं महागठबन्धन निषादों को इनके संख्या बल के अनुरूप राजनीतिक भागीदारी नहीं देंगे तो नये राजनीतिक दल बनाकर निषादों के एक अधिकार के लिए संघर्ष किया जायेगा। इसी बैठक में बिहार राज्य मछुआरा आयोग व पूर्व उपाध्यक्ष स्व० मनीभूषण निषाद की पंचम पुण्य तिथि मनाई गई। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने उनके तैलचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धाजलि अर्पित की।
रमा देवी एवं कुसुम देवी ने निषाद महिलाएं को राजनीति में बढ़कर हिस्सा लेने की अपील की। महासचिव सह कोषाध्यक्ष उमेश मंडल ने निषाद समाज से संघ को आर्थिक सहयोग की अपील की । इसी बैठक में पटना महानगर कमिटी का पुनर्गठन किया गया जिसके अध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से जयराज निषाद निर्वाचित हुए। मुख्य संरक्षक, शशी भूषण कुमार एवं उपाध्यक्ष विनय कुमार विद्यार्थी ने संघ के जिला एवं प्रखंड स्तरीय कमिटीका पुनर्गठन शीघ्र कराकर एक राज्य स्तरीय निषाद सम्मेलन करने को सुझाव दिया जिसे सर्वसम्मति से ऐसा करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में झिमी लाल निषाद, दिलीप कुमार निषाद, सुरेश प्रसाद सहनी, कृष्णा देवी, अर्जुन चौधरी, जीबोधन निषाद, मनोज कुमार, प्रेम कुमार निषाद, केशनाथ चौधरी, रामेश्वर चौधरी, रामाश्रय सहनी, मुन्नी लाल चौधरी, राजू प्रसाद चौधरी, मधेश्वर चौधरी, रामसकल चौधरी, रामजतन चौधरी, रामजी चौधरी, विश्वास चौधरी, उदित मुखिया, सधन लाल मंडल, जय प्रकाश सहनी, श्रवण कुमार, महंत मुखिया, बचन केवट, मथुरा चौधरी, कृष्णा चौधरी, विजय चौधरी, हरेन्द्र सहनी एवं अन्य उपस्थित थे।