प्रशांत किशोर ने कहा - मेरे विरोधियों के आँखों पर शक का चश्मा लगा हुआ है, मैंने अगर ह्रदय फाड़ के दिखा दिया तो भी उन्हें यकीन नहीं होगा।
Patna : जन सुराज पदयात्रा के 87वें दिन की शुरुआत मधुबन प्रखंड अंतर्गत सवंगिया पंचायत स्थित पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई। इसके बाद प्रशांत किशोर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ मध्य विद्यालय से निकले। आज जन सुराज पदयात्रा पूर्वी चंपारण के गड़हिया, कोईलहरा, पुनास लहलादपुर, कटहाॅ होते हुए मेहसी नगर पंचायत के तिरहुत हाई स्कूल में रात्रि विश्राम के लिए पहुंची। प्रशांत अबतक पदयात्रा के माध्यम से लगभग 1000 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं। इसमें 550 किमी से अधिक पश्चिम चंपारण में पदयात्रा हुई और शिवहर में उन्होंने 140 किमी से अधिक की पदयात्रा की। पूर्वी चंपारण में अबतक 370 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं। दिन भर की पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर 5 आमसभाओं को संबोधित किया और 6 पंचायत, 14 गांव से गुजरते हुए 20.5 किमी की पदयात्रा तय की। इसके साथ ही प्रशांत किशोर स्थानीय लोगों के साथ संवाद स्थापित किया।
जन सुराज पदयात्रा के दौरान कोई लहरा पंचायत में आम सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि मेरे विरोधियों का कहना है कि मैं पदयात्रा में हो रहे खर्च का पैसा कहां से ला रहा हूं। मैं उनको आम जनता के माध्यम से बताना चाहता हूं कि मैंने 6 बड़े राज्यों में मुख्यमंत्री बनाने की लिए अपना कंधा लगाया है। तो क्या आज मुझे 100 गाड़ी और 5 सौ लड़के रखने के लिए पैसा नहीं मिलेगा? मेरे विरोधियों के आँखों पर शक का चश्मा लगा हुआ है, मैंने अगर ह्रदय फाड़ के दिखा दिया तो भी उन्हें यकीन नहीं होगा। मैं बार-बार आपसे इसलिए बोल रहा हूं कि आप पहले जन सुराज व्यवस्था को समझिए। अगर समझ आए तो ठीक वर्ना आप हमे सुझाव दीजिए की इसे कैसे और बेहतर किया जा सकता है। मैंने कहा था कि महागठबंधन वाले भाजपा को नहीं हरा सकते। आप देखिए की ईश्वर ने भी सच दिखला दिया और दो-दो उप-चुनाव में महागठबंधन को हार का सामना करना पड़ा। आप लिख कर रख लीजिए आगे भी महागठबंधन को हार का सामना करना पड़ेगा।
नीतीश कुमार दिल्ली में बीजेपी के साथ और बिहार में महागठबंधन के साथ हैं: प्रशांत किशोर
जन सुराज पदयात्रा के दौरान कोई लहरा पंचायत में आम सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि लगभग 3 महीने से बिहार में पैदल चल रहे हैं। गांव के लोग बता रहे हैं कि भैया गली-नाली में जीना हराम है। मैं आपसे पूछता हूं कि ग्रामीण कार्य मंत्री कौन है? तेजस्वी यादव! आप सभी के गांव में स्वास्थ्य वयवस्था खराब है, तो उसके मंत्री कौन हैं? तेजस्वी यादव! आप शिकायत मुझसे कर रहे हैं। अगर इतनी समस्या होने के बावजूद आप इन्हें बार-बार चुन कर ला रहे हैं तो आपकी ऐसी क्या मजबूरी है? एक दिन आपके गांव से गुजरता हूं, चार दवाई खानी पड़ती है क्योंकि सड़कों पर इतनी धूल है कि खांसी रुकती नहीं है।
उन्होंने कहा कि इन गालियों में आपके बच्चे बड़े हो रहे हैं। इन धूल से उनके फेफड़ों में क्या दशा होती होगी जरा सोचिए। आपको आपके बच्चों की चिंता ही नहीं है। मैं महागठबंधन की मदद इसलिए नहीं कर रहा हूं क्योंकि मुझे पूर्ण विशवास है की नीतीश कुमार फिर पलटी मारेंगे। समाज में कोई आदमी इस बात पर कभी विशवास नहीं कर सकता कि नीतीश कुमार नहीं बदलेंगे। वो दिल्ली में बीजेपी के साथ और बिहार में महागठबंधन के साथ हैं।