कार्यशाला को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि बाल श्रम आज भी हमारे समाज में एक गंभीर चुनौती के रूप में कायम है.
पटना: अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) के सहयोग से राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) बिहार द्वारा संचालित “कामगार सूचना एवं सहायता केंद्र” एवं आई.एल.ओ. मैप-16 कार्यक्रम के अंतर्गत “बाल श्रम के मुद्दे एवं चुनौतियां” विषय पर मंगलवार को पटना स्थित सदाकत आश्रम सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष-सह-प्रदेश अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश सिंह ने की.
कार्यशाला को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि बाल श्रम आज भी हमारे समाज में एक गंभीर चुनौती के रूप में कायम है. बाल श्रम उन्मूलन को लेकर सरकार एवं आई.एल.ओ. समेत विभिन्न संगठन निरंतर कार्य कर रहे हैं, किन्तु अभी भी इस दिशा में ठोस नतीजे सामने नहीं आ पा रहे हैं. प्रदेश इंटक भी बाल श्रम उन्मूलन को लेकर काफी गंभीर है और इस दिशा में मुक्त कराये गए बाल श्रमिकों की शिक्षा एवं कौशल विकास पर निरंतर कार्यरत है. साथ ही ऐसे बाल श्रमिकों के परिवारों को भी बिभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित कराने के लिए उनके पंजीकरण आदि का कार्य भी निरंतर जारी है.
चन्द्र प्रकाश सिंह ने आगे कहा कि बाल श्रम उन्मूलन की दिशा में सामाजिक जागरूकता एवं भागीदारी का अहम स्थान है और आज आयोजित कार्यशाला में समाज के हर वर्ग से प्रबुद्ध जनों समेत अन्य हितधारकों को आमंत्रित किया गया है, ताकि बाल श्रम उन्मूलन की दिशा में जारी इंटक के प्रयासों को और बल मिल सके.
कार्यशाला में प्रमुख रूप से सीटू के प्रदेश सचिव गणेश शंकर सिंह, एटक के महासचिव-सह-सदस्य बिहार बाल श्रम आयोग गजनफर नबाब, अर्थशास्त्री प्यारे लाल, अधिवक्ता अंशुमान सिंह तथा सेवानिवृत क्षेत्रीय भविष्यनिधि आयुक्त रजनीकांत ने भी भाग लिया,तथा प्रमुखता से अपने विचार रखे. इस अवसर पर घरेलू कामगार, निर्माण, सफाई, होटल एवं फूटपाथ विक्रय समेत विभिन्न क्षेत्रों के कामगारों एवं उनके प्रमुख प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया. कार्यशाला में प्रदेश इंटक के विभिन्न पदाधिकारी यथा मदन प्रसाद, अखिलेश पाण्डेय, राम कुमार झा, प्रभात सिन्हा, धर्मेन्द्र कुमार, पवन कुमार आदि ने भी प्रमुखता से भाग लिया।