हमारी रणनीति उनकी पहचान कर पकड़ने की होगी।
चंडीगढ़: हरियाणा राज्य नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो (एचएसएनसीबी) के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) ओ.पी. सिंह ने मादक पदार्थ के खिलाफ अभियान को कारगर बनाने के लिए कार्रवाई योग्य मानवीय और प्रौद्योगिकी जनित खुफिया सूचना के महत्व को रेखांकित किया है।
शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, नवनियुक्त अधिकारी सिंह ने कहा है, ''बीते तीन वर्षों के मामलों के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न एजेंसियों की खुफिया सूचनाओं की जांच करने से हमें शीर्ष 100 आदतन अपराधियों के बारे में जानकारी मिलेगी। हमारी रणनीति उनकी पहचान कर पकड़ने की होगी।
एचएसएनसीबी के अधिकारियों के साथ पंचकुला में अपनी पहली बैठक में एडीजीपी ने मादक पदार्थ के खिलाफ लड़ाई में उनके कार्यों की सराहना की और मादक पदार्थ के खिलाफ ठोस उपायों के लिए एक दृष्टि प्रस्तुत की। सिंह ने एचएसएनसीबी की उपलब्धि की भी सराहना की, जिसमें जनवरी से अगस्त के बीच स्वापक औषधि और मनः प्रभावी पदार्थ अधिनियम के 280 मामले दर्ज किए गए।
उन्होंने साइबर क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अंबाला, रोहतक, गुरुग्राम, करनाल और हिसार में स्थित सभी पांच एचएसएनसीबी केंद्रों में विशेष साइबर इकाइयों की स्थापना का निर्देश दिया है। सिंह ने कहा,''प्रत्येक इकाई एक माह में कम से कम पांच कार्रवाई योग्य खुफिया रिपोर्ट जारी करेगी।''.