नौ दिसंबर को तरन तारन के सरहाली पुलिस थाने पर एक आरपीजी दागा गया था। यह राज्य में पिछले सात महीनों में इस तरह का दूसरा हमला था।
चंडीगढ़ : पंजाब के तरन तारन जिले में एक पुलिस थाने पर हाल ही में हुए रॉकेट संचालित ग्रेनेड (आरपीजी) हमले के सिलसिले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है और दो नाबालिगों को हिरासत में लिया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया कि आरोपियों की पहचान गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी, गुरलाल सिंह गहला, गुरलाल सिंह उर्फ लाली, जोबान प्रीत सिंह और दो नाबालिगों के रूप में की गई है।
नौ दिसंबर को तरन तारन के सरहाली पुलिस थाने पर एक आरपीजी दागा गया था। यह राज्य में पिछले सात महीनों में इस तरह का दूसरा हमला था।
चंडीगढ़ में संवाददाताओं से बातचीत में डीजीपी यादव ने कहा कि जांच से खुलासा हुआ है कि घटना का मास्टरमाइंड कनाडा में रह रहा गैंगस्टर लखबीर सिंह लांडा है। उन्होंने बताया कि लांडा ने यूरोप में रह रहे दो अपराधियों-सतबीर सिंह सत्ता और गुरदेव सिंह जैसल के जरिये हमले की योजना को अमलीजामा पहनाया।
यादव के मुताबिक, सत्ता और जैसल ने गोइंदवाल साहिब जेल में बंद अजमीत सिंह की मदद से हमले को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि हमले में सोवियत युग में बने एकल इस्तेमाल वाले 70 एमएम कैलिबर के आरपीजी-26 का इस्तेमाल किया गया, जो कि सीमापार से आया था।