डॉ.अग्रवाल ने कहा कि कोलकाता दुर्घटना ने हमें अग्रवाल महिला श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का एहसास कराया है।
Chandigarh News In Hindi: देशभर में डॉक्टरों की हड़ताल के बाद कैंपस में महिला स्टाफ की सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा बन गया है। पी.जी.आई निदेशक विवेक लाल ने 12 सदस्यीय कमेटी बनाई, जो महिला स्टाफ की सुरक्षा पर काम कर रही है। हड्डी रोग विभाग के प्रोफेसर और फैकल्टी एसोसिएशन कमेटी के उपाध्यक्ष समीर अग्रवाल को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। कमेटी में गर्ल्स हॉस्टल की वार्डन और विभिन्न विभागों की कई महिलाएं शामिल हैं।
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डॉ.अग्रवाल ने कहा कि कोलकाता दुर्घटना ने हमें अग्रवाल महिला श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का एहसास कराया है। इसलिए डॉक्टरों, रेजिडेंट्स, नर्सों, शोधकर्ताओं और पैरामेडिकल कर्मचारियों से सुझाव मांगे गए थे। निदेशक ने बजट स्वीकृत कर दिया है। सुझाव में कुछ मुद्दे सामने आए हैं, जैसे कैंपस में ब्लैक स्पॉट (जहां रोशनी बढ़ाने की जरूरत है), हर क्षेत्र में महिला कर्मचारियों के लिए ड्यूटी रूम, कम ट्रैफिक वाले इलाकों में सीसीटीवी। कैमरे, नर्सिंग स्टाफ के लिए अलग वेटिंग रूम, अधिक सुरक्षाकर्मी और इलेक्ट्रॉनिक कार्ड एंट्री जैसे बदलाव किए जा रहे हैं। सभी हॉट स्पॉट की पहचान की जा रही है।
300 नए कैमरे का ऑर्डर दिया गया है
डॉ.अग्रवाल ने कहा कि परिसर के सभी 900 सी.सी.टी.वी. कैमरे चेक कर लिए गए हैं। खराब कैमरों की मरम्मत एवं बदलना। 300 नए कैमरे का ऑर्डर दिया गया है, जो करीब 3 करोड़ के बजट से हर इलाके में लगाए जाएंगे। अभी तक सुरक्षा सिर्फ चोरी रोकने के लिए थी, लेकिन अब इसे बढ़ाया जाएगा। सभी ड्यूटी रूम में ताले की जांच के लिए सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल और सुरक्षा विभाग के साथ बैठक की गई है। कुछ रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर के पास लाइटें बढ़ाने की जरूरत है।
पैनिक बटन सिस्टम की स्थापना
परिसर के प्रत्येक तल पर महिला ड्यूटी रूम में पैनिक बटन सिस्टम लगाया जाएगा। इसलिए कंपनी से बात की है। सिस्टम में इजरायली तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। प्रोजेक्ट रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी गई है। इस प्रणाली में चार फोन, एमएस शामिल हैं। पीयू को नियंत्रण कक्ष और मुख्य सुरक्षा अधिकारियों से जोड़ा जाएगा लेकिन इसे स्थापित करने में कुछ समय लगेगा।
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अनुसंधान क्षेत्र में कर्मचारियों के लिए अलग-अलग पार्किंग स्थान होंगे।
अनुसंधान ब्लॉक 'ए' और 'बी' में रात में कम यातायात होता है, इसलिए सख्त नियम होंगे। इंजीनियरिंग विभाग को 24 घंटे सुरक्षा वाले कर्मचारियों के लिए विशेष रूप से दो पार्किंग स्थल बनाने के लिए कहा गया है। चंडीगढ़ पुलिस के साथ बेहतर समन्वय चाहते हैं ताकि दोनों मुख्य द्वार सुरक्षित रहें। फिलहाल इलेक्ट्रॉनिक कुंजी से एंट्री की व्यवस्था सिर्फ आई विभाग में ही चल रही है, लेकिन हर विभाग में ऐसी व्यवस्था शुरू करने की योजना है।
(For more news apart from PGI Panic buttons will be installed in the duty room of women workers for safety News in Punjabi, stay tuned to Rozana Spokesman hindi)