विजिलेंस टीम चन्नी के 111 दिन के कार्यकाल के दौरान जारी ग्रांट्स की फाइलों की जांच कर रही है।
चंडीगढ़: पद का दुरुपयोग कर सस्ते प्लॉट खरीदने के मामले में फंसे पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के खिलाफ विजिलेंस ने जांच तेज कर दी है. विजिलेंस ने उनके द्वारा जारी की गई ग्रांट्स की भी जांच शुरू कर दी है.
विजिलेंस को जानकारी मिली है कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह के बाद जब चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री बने तो मनप्रीत ने ग्रामीण इलाकों के लिए सबसे ज्यादा ग्रांट जारी की। नियमों से हटकर जारी किए गए ग्रांट्स के रिकार्ड की जांच की जा रही है। विजिलेंस टीम चन्नी के 111 दिन के कार्यकाल के दौरान जारी ग्रांट्स की फाइलों की जांच कर रही है।
कैप्टन के 4 साल 9 महीने के कार्यकाल के दौरानजारी की गईं ग्रांट्स की भी अलग से जांच भी कराई जा रही है। कैप्टन के कार्यकाल के दौरान कोविड का समय था और वित्त मंत्री मनप्रीत बादल थे। उस समय की फाइलों की भी जांच की जा रही है. मनप्रीत बादल ने कितने करोड़ रुपये की ग्रांट जारी की और कब जारी की, इसकी पूरी सूची तैयार की जा रही है। यदि कोई अधिकारी नियमों की अनदेखी कर जारी किये जा रहे ग्रांट में स्पष्ट भूमिका निभाता पाया गया तो उसके खिलाफ विभागीय एवं कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित है।