इसके साथ ही अब रेलवे दिव्यांगों और महिलाओं के लिए अलग कोच लगाएगा.
Chandigarh News: ट्रेनों में बिना गार्ड वाली बोगियों में सफर करने वाली महिलाओं के लिए रेलवे की ओर से पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं। इसके साथ ही अब रेलवे दिव्यांगों और महिलाओं के लिए अलग कोच लगाएगा.
सूत्रों के मुताबिक, पहले महिला और विकलांग कोच एक ही हुआ करते थे, लेकिन अब फैसला लिया गया है कि ये अलग-अलग होंगे, क्योंकि विकलांगों की मदद के लिए एक व्यक्ति उनके साथ जा सकता है। महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है और सीट भी नहीं मिल पाती है. इतना ही नहीं, रेलवे बोर्ड ने यह भी आदेश दिया है कि अगर महिला कोच में कोई पुरुष बैठा पाया जाए तो उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए. यहां तक कि उनका बेटा भी महिला कोच में नहीं बैठ सकता.
अब तक 40 मामले दर्ज
रेलवे बोर्ड के आदेश के बाद आरपीएफ और जीआरपी ने भी कमर कस ली है. जानकारी के मुताबिक महिला कोच में सफर कर रहे करीब 40 पुरुषों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
अधिकारियों का कहना है कि चलती ट्रेन में महिला कोच की जांच की जाती है. अगर कोई पुरुष पाया जाता है तो उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाता है. यहां तक कि उनका बेटा भी महिला कोच में सफर नहीं कर सकता. पहले महिलाएं अपने बेटों या भाइयों के साथ यात्रा करती थीं, लेकिन रेलवे ने निर्देश जारी किया है कि अब 16 साल से अधिक उम्र के बेटे भी मां के साथ यात्रा नहीं कर सकते.
महिलाएं 139 पर शिकायत कर सकती हैं
अगर महिला कोच में कोई पुरुष बैठा है और महिला को सीट नहीं मिलती है तो वह 139 नंबर पर शिकायत दर्ज करा सकती है. अगले स्टेशन पर आरपीएफ जवान पहुंचेंगे और महिला को सीट देंगे और उस शख्स के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. अधिकारियों का कहना है कि हमारी कोशिश है कि महिलाएं बिना किसी डर के ट्रेनों में सफर कर सकें.