उन्होंने कहा, ‘‘सीबीआई और ईडी का उपयोग सिर्फ विपक्ष को तोड़ने और जबरन भाजपा की सरकार बनाने के लिए किया जा रहा है।
New Delhi: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी से नाराज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए रविवार को आरोप लगाया कि उन्होंने राज्यों की सभी गैर-भाजपा सरकारों को चैन से काम नहीं करने देने का फैसला लिया हुआ है। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि देश के प्रधानमंत्री का राष्ट्र के लिए ‘पिता जैसा व्यक्तित्व’ होना चाहिए लेकिन केन्द्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करके गैर-भाजपाई दलों में मतभेद पैदा करना और राज्यों में उनकी सरकारें गिराना प्रधानमंत्री मोदी के ‘‘काम करने की शैली’’ बन गया है
केजरीवाल का उक्त बयान आने से पहले आप प्रमुख, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव सहित विपक्षी दलों के आठ नेताओं ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर विपक्षी दलों के खिलाफ केन्द्रीय एजेंसियों के ‘‘खुल्लमखुल्ला दुरुपयोग’’ का आरोप लगाया है।
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र पर अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी और के. चन्द्रशेखर राव के अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (राजद), राकांपा प्रमुख शरद पवार, नेकां प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हस्ताक्षर किया है।
केजरीवाल ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हमारे देश के प्रधानमंत्री ने तय कर लिया है कि अगर राज्य में गैर-भाजपाई दल सत्ता में आता है, तो वह उसकी सरकार को किसी भी सूरत में चैन से काम नहीं करने देंगे। फिर वह उस पार्टी के सभी नेताओं के पीछे सीबीआई और ईडी को लगा देते हैं। उन्हें तरह-तरह से परेशान किया जाता है। अंतत: पार्टी टूट जाती है और उनकी सरकार गिर जाती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सीबीआई और ईडी का उपयोग सिर्फ विपक्ष को तोड़ने और जबरन भाजपा की सरकार बनाने के लिए किया जा रहा है। ऐसा पूरे देश में हो रहा है। गोवा, महाराष्ट्र, कर्नाटक हर जगह ऐसा हुआ... यह आज प्रधानमंत्री मोदी के काम करने का तरीका है। देश के लिए यह बहुत खतरनाक है।’’