मिस्र में हो रहे संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन में भारत ने प्रस्ताव रखा कि तेल एवं गैस सहित सभी जीवाश्म ईंधनों का इस्तेमाल कम करना चाहिए।
नई दिल्ली : मिस्र में हो रहे संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन में 194 पक्षों के वार्ताकार एक मसौदा मूल पाठ तैयार करने की दिशा में काम कर रहे हैं, ऐसे में भारत ने शनिवार को प्रस्ताव रखा कि तेल एवं गैस सहित सभी जीवाश्म ईंधनों का इस्तेमाल चरणबद्ध तरीके से कम करने के फैसले के साथ वार्ता का समापन किया जाना चाहिए।
शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे भारतीय प्रतिनिधिमंडल से जुड़े एक सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘प्राकृतिक गैस और तेल से भी ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन होता है। केवल एक ईंधन को दोष देना सही नहीं है।’’
भारतीय वार्ताकारों ने सीओपी27 में कहा कि पेरिस समझौते के तहत साझा, किंतु अलग-अलग जिम्मेदारियों के मूल सिद्धांतों और राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित जलवायु प्रतिबद्धताओं पर मसौदा पाठ में विशेष जोर दिए जाने की आवश्यकता है। .
भारत ने जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल की छठी आकलन रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पेरिस समझौते के दीर्घकालिक लक्ष्य को पूरा करने के लिए ‘‘सभी जीवाश्म ईंधनों का इस्तेमाल चरणबद्ध तरीके से कम करने की आवश्यकता है।’’.