प्रदर्शन कर रहे एक छात्र आशुतोष ने कहा, “हम यहां सीयूईटी को नहीं अपनाने के विरोध में इकट्ठा हुए हैं।
New Delhi; साझा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) के जरिए सभी पाठ्यक्रमों में दाखिले को लेकर जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के बाहर छात्रों के एक समूह ने विरोध प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पिछले साल सीयूईटी की शुरुआत की गई थी। हालांकि, इस महीने की शुरुआत में जेएमआई ने घोषणा की कि वह अपनी प्रवेश प्रक्रिया पर कायम रहेगा।
प्रदर्शन कर रहे एक छात्र आशुतोष ने कहा, “हम यहां सीयूईटी को नहीं अपनाने के विरोध में इकट्ठा हुए हैं। जब हर केंद्रीय विश्वविद्यालय ने इसे अपनाया है तो जामिया को दिक्कत क्यों है?” विरोध प्रदर्शन का आयोजन आरएसएस से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने किया।
प्रदर्शनकारी छात्रों ने भगवा झंडे और ‘प्रवेश घोटाला खत्म करो’ और ‘सीयूईटी लाओ’ की तख्तियां लिए हुए सभी पाठ्यक्रमों के लिए सीयूईटी को अपनाने की मांग करते हुए नारे लगाए। छात्रों ने यह भी दावा किया कि विश्वविद्यालय द्वारा अभी तक पीएचडी के प्रवेश अंक (स्कोरकार्ड) जारी नहीं किए गए हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि इस महीने की शुरुआत में, जेएमआई ने विश्वविद्यालय के नियमों को बदलने के लिए समय की कमी का हवाला देते हुए 20 कार्यक्रमों को छोड़कर स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए सीयूईटी को लागू नहीं करने का फैसला किया। हाल ही में, यूजीसी ने जेएमआई को शैक्षणिक सत्र 2023-24 से सभी पाठ्यक्रमों में सीयूईटी-यूजी लागू करने के लिए कहा था।