पुलिस ने बुधवार को बताया कि गिरोह का गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार गिरोह से करीबी रिश्ता है।
New Delhi: उत्तर पश्चिम दिल्ली के समयपुर बादली इलाके से वाहन चोर गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया है। उसने एक दशक से ज्यादा वक्त के दौरान चोरी की करीब चार हजार गाड़ियों के इंजन एवं चेसिस नंबर को बदला है।
पुलिस ने बुधवार को बताया कि गिरोह का गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार गिरोह से करीबी रिश्ता है। उसने बताया कि आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश में मेरठ निवासी शमीम के तौर पर हुई है। पुलिस के मुताबिक, अप्रैल में वांछित अपराधी कमल को गिरफ्तार किया गया था जिसकी निशानदेही पर शमीम के ठिकानों का पता चला। कमल ने पुलिस को बताया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर 800 से ज्यादा फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस और गाड़ियों के जाली पंजीकरण प्रमाण पत्र बनाए हैं।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शमीम को गाड़ी का इंजन और चेसिस नंबर बदलने में महारत हासिल है।
विशेष प्रकोष्ठ में पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) इंजीत प्रताप सिंह ने बताया, “ गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए 12 मई को समयपुर बादली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में छापेमारी की गई और आरोपी को पकड़ लिया गया। उसके पास से एक पिस्तौल बरामद की गई है।”
उन्होंने कहा कि वाहन चोर गिरोह चोरी की गाड़ी को इंजन और चेसिस नंबर बदलने के लिए शमीम के हवाले कर दिया करता था। सिंह ने बताया कि आरोपी 10 साल से यह काम कर रहा था और करीब तीन-चार हजार चोरी की गाड़ियों के इंजन व चेसिस नंबर बदल चुका है।
डीसीपी ने कहा कि ऐसे वाहन जाली पंजीकरण प्रमाण (आरसी) के साथ दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के अपराधियों को बेचे जाते थे। पुलिस ने कहा कि जुलाई 2022 में हरियाणा पुलिस ने गिरोह के सरगना मनोज बक्करवाला समेत इसके छह सदस्यों को गिरफ्तार किया था। हालांकि शमीम बच निकला था और फरार हो गया था।
पुलिस के मुताबिक, हरियाणा पुलिस ने चिराग नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था जो टीनू भिवानी का भाई है और भिवानी सिद्धू मूसावाला हत्याकांड में आरोपी है।