CA Amita Prajapati News: चाय बेचने वाले की बेटी बनी सीए, 10 साल के संघर्ष के बाद लिखी सफलता की नई इबारत

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CA Amita Prajapati News: चाय बेचने वाले की बेटी बनी सीए, 10 साल के संघर्ष के बाद लिखी सफलता की नई इबारत
Published : Jul 21, 2024, 3:45 pm IST
Updated : Jul 21, 2024, 3:45 pm IST
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Tea seller daughter becomes CA latest news in hindi
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कड़ी मेहनत और कुछ कर गुजरने के जज्बे से प्रेरित अमिता प्रजापति ने 10 साल के संघर्ष से यह साबित कर दिया कि सफलता के लिए सुविधाएं जरूरी नहीं।

CA Amita Prajapati News In Hindi: यदि आप अपने लक्ष्य को पाने के लिए पूरे मन से मेहनत करें तो सफलता निश्चित है। ऐसा ही एक और उदाहरण हमारे सामने आया है। दरअसल, दिल्ली में एक चाय बेचने वाले की बेटी ने सीए फाइनल परीक्षा पास कर सफलता की नई इबारत लिखी है। कड़ी मेहनत और कुछ कर गुजरने के जज्बे से प्रेरित अमिता प्रजापति ने 10 साल के संघर्ष से यह साबित कर दिया कि सफलता के लिए महज सुविधाएं जरूरी नहीं हैं।

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झुग्गी-झोपड़ी में पली-बढ़ीं अमिता प्रजापति अब सीए बन गई हैं। अमिता ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपनी कहानी साझा की और कहा कि लोग उन्हें झोपड़ी की उल्टी खोपड़ी कहते थे। खैर, अमिता ने पहली बार अपने पिता को गले लगाया और वीडियो साझा करते हुए स्लम से अपनी सफलता की कहानी और उस दौरान उनके सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में बात की।

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अमिता प्रजापति के पिता दिल्ली में चाय बेचने का काम करते हैं। उन्होंने एक दशक की कड़ी मेहनत के बाद बेहद कठिन चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) परीक्षा पास की। सीए फाइनल रिजल्ट जारी होने के बाद उन्होंने अपने माता-पिता का आभार जताते हुए एक पोस्ट शेयर किया. चार्टर्ड अकाउंटेंट अमिता प्रजापति की कहानी बताती है कि कैसे झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले एक चाय बेचने वाले की बेटी चार्टर्ड अकाउंटेंट बन गई।

पिता ने दिया किया पूरा समर्थन

अमिता प्रजापति दिल्ली में रहती हैं और उनके पिता यहां चाय की दुकान चलाते हैं। पिता बचपन से ही अपनी बेटी को पढ़ाना चाहते थे। ऐसे में अमिता की हिम्मत कभी कम नहीं हुई। उनकी खराब पृष्ठभूमि के कारण उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। अमिता स्कूल का काम पूरा करने के बाद चाय की दुकान पर अपने पिता की मदद करती थी। रात को घर लौटने के बाद वह लैंप की रोशनी में पढ़ाई करती थी।

(For more news apart from Team India is winning not only matches but also hearts news in hindi, stay tuned to Rozana Spokesman Hindi)

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