त्रिलोचन सिंह कांग्रेस नेता हैं जो दूसरी बार मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
Haryana News: हरियाणा के करनाल विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने सीएम नायब सैनी के खिलाफ जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह को मैदान में उतारा है. बुधवार को लोकसभा प्रत्याशी दिव्यांशु का नामांकन पत्र दाखिल कराने पहुंचे पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा ने त्रिलोचन सिंह को टिकट थमाया. इसके साथ ही यह चर्चा भी शुरू हो गई कि क्या त्रिलोचन सिंह राज्य के मुख्यमंत्री नायब सैनी को हरा पाएंगे या नहीं. कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है. उनकी उम्मीद पंजाबी वोटरों पर टिकी है.
2019 में मिले थे 34 हजार 718 वोट
त्रिलोचन सिंह कांग्रेस नेता हैं जो दूसरी बार मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. फिलहाल वह कांग्रेस में करनाल जिले के कोऑर्डिनेटर हैं. 2019 के विधानसभा चुनाव में त्रिलोचन सिंह ने मुख्यमंत्री और बीजेपी उम्मीदवार मनोहर लाल के खिलाफ चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में मनोहर लाल को 79 हजार 906 वोट मिले, जबकि त्रिलोचन सिंह 34 हजार 718 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे।
इस बार फिर कांग्रेस ने त्रिलोचन सिंह पर भरोसा जताया है. हालांकि पूर्व विधायक सुमिता सिंह, कांग्रेस नेता भीमसेन मेहता और कुछ अन्य नेताओं के नाम पर कांग्रेस ने विचार किया था, लेकिन बाद में त्रिलोचन सिंह के नाम पर मुहर लगी. अब वह मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के खिलाफ मैदान में उतर गए हैं.
63 हजार से ज्यादा हैं पंजाबी वोटर
राजनीतिक विशेषज्ञ आरपी सैनी के मुताबिक डीएवी कॉलेज के प्रिंसिपल त्रिलोचन सिंह पंजाबी चेहरा हैं और करनाल में करीब 63 हजार से ज्यादा पंजाबी वोटर हैं. कांग्रेस ने पंजाबी कार्ड खेला है तो वहीं बीजेपी ने नायब सैनी के जरिए ओबीसी वोटरों को लुभाने की कोशिश की है .
इसमें दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस के लोकसभा और विधानसभा दोनों उम्मीदवार पंजाबी समुदाय से हैं। ऐसे में कौन सा उम्मीदवार कितने वोट पाने में कामयाब होता है और जीत किसके खाते में जाता है ये 4 जून को पता चलेगा.
(For more news apart from Congress Trilochan Singh will contest against CM for the second time in Karnal News In Hindi, stay tuned to Rozana Spokesman Hindi)