नदियों तथा नालों में पानी का प्रवाह भी बढ़ सकता है।
शिमला: मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में शनिवार को भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के स्थानीय कार्यालय ने बताया कि भारी बारिश के कारण भूस्खलन तथा अचानक बाढ़ आने की आशंका है और नदियों तथा नालों में पानी का प्रवाह भी बढ़ सकता है।
मौसम विभाग ने सोलन, शिमला और सिरमौर जिलों में अचानक बाढ़ के लिए मध्यम से अत्यधिक खतरे की चेतावनी जारी की है। वहीं, राज्य में तीन अगस्त तक बारिश जारी रहने का अनुमान है। हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शुक्रवार को बताया कि केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी एक अगस्त को कुल्लु और मनाली के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे।
राज्य में हाल हीं में आई बाढ़ में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और पीडब्ल्यूडी की कई सड़कों को नुकसान पहुंचा है और कई पुल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। अधिकारियों का अनुमान हे कि सड़क अवसंरचनाओं को 1800-2000 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा है।
शिमला और किन्नौर जिले को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-पांच को शुक्रवार को खनेरी में भूस्खलन के कारण फिर से बंद कर दिया गया। हिमाचल प्रदेश में 466 सड़कें अभी भी वाहनों के आवागमन के लिए बंद हैं जबकि 552 ट्रांसफार्मर और 204 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं।
हिमाचल के कई हिस्सों में हल्की से भारी बारिश हुई जिसमें बीते 24 घंटों में शाम छह बजे तक भोरंज में 127 मिलीमीटर (मिमी), कटौला में 118 मिमी, धर्मशाला में 87 मिमी, रामपुर में 49 मिमी, मंडी में 63 मिमी, नैना देवी और सुंदरनगर में 42 मिमी और कांगड़ा में 47 मिमी बारिश हुई।
राज्य में 24 जून को मानसून आने के बाद से अभी तक बारिश से जुड़ी घटनाओं और सड़क दुर्घटनाओं में 184 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार 33 लोग लापता हैं।