नेताओं कार्यकर्ताओं ने शहीदों के चित्र पर माल्यार्पण कर स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों को याद किया।
Jharkhand News: रांची- अगस्त क्रांति दिवस के अवसर पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें नेताओं कार्यकर्ताओं ने शहीदों के चित्र पर माल्यार्पण कर स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों को याद किया।
इस अवसर पर अपने विचार प्रकट करते हुए वक्ताओं ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में 9 अगस्त 1942 का दिन स्वतंत्रता आंदोलन का एक निर्णायक मोड़ था जिसमें "अंग्रेजों भारत छोड़ो" का बिल्कुल फूंक कर हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने एकजुट होकर संघर्ष के अंतिम पड़ाव पर कदम रखा था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बैठक में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने "करो या मरो" के मंत्र के साथ अंग्रेजों से भारत छोड़ने या गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा था जिसके परिणाम स्वरुप पूरे देश में व्यापक आंदोलन हुए और हिंसक झड़पे हुई,लाखों लोगों को जेल भेज दिया गया,यातनाएं दी गई कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को सलाखों के पीछे डाल दिया गया। इस वृहद आंदोलन के दौरान देशवासियों की एकजूटता के कारण अंग्रेज सरकार के जड़े हिल गई थी जिसकी परिणीति अंततः भारत के आजादी के रूप में हुई। आज के दिन को अपने नेताओं के संघर्ष को याद करते हुए अगस्त क्रांति दिवस का आयोजन किया जाना हमें उनके द्वारा देश की एकता-अखंडता को बनाए रखने हेतु विभाजनकारी शक्तियों से लड़ने की प्रेरणा देता है।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से अमूल्य नीरज खलको,राकेश सिन्हा,सतीश पाल मुंजनी,सोनाल शांति, निरंजन पासवान, जगदीश साहू, गुंजन सिंह, राजेश सिन्हा, सन्नी,नेली नाथन,बेलस तिर्की, प्रभात कुमार,प्रशांत पांडे, जितेंद्र त्रिवेदी ,नरेंद्र कुमार लाल, अनुकूल मिश्रा,राजीव चौधरी रीता चौधरी,पिंकी सिंह अनीता टोप्पो,संजय सरैया,विक्रमजीत सिंह,जॉन डंगवार,किशोर नायक, सुरेन राम सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
(For more news apart from Jharkhand News: On Revolution Day occasion, leaders remembered freedom fighters by garlanding the pictures of martyrs, stay tuned to Rozana Spokesman)