इस अवसर पर उन्होंने शहीद स्थल में माल्यार्पण कर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
रांची, (राजेश कुमार) : गुवा गोली कांड के वीर शहीदों को शत-शत नमन। अपने इन वीर शहीदों के सम्मान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में हम उनके बलिदान को याद कर रहे हैं । इस अवसर पर हम सभी अपने शहीदों, पूर्वजों और आंदोलनकारियों के आदर्श को आत्मसात करने और उनके सपनों का झारखंड निर्माण का संकल्प लें। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन आज पश्चिमी सिंहभूम जिले के नोवामुंडी में गुवा गोली कांड के शहीदों की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा -सह - परियोजनाओं का शिलान्यास- उद्घाटन एवं परिसंपत्ति वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर उन्होंने शहीद स्थल में माल्यार्पण कर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने अलग-अलग समयों में ब्रिटिश हुकूमत, शोषण जुल्म और अन्य के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ते रहे । चाहे वह अपने वजूद और अस्तित्व को बचाने का संघर्ष हो या जल जंगल और जमीन की रक्षा का। इस लड़ाई में कई ने अपने को बलिदान कर दिया। लेकिन, उन्होंने जो संघर्ष किया, उसी का परिणाम है कि आज आदिवासियों- मूलवासियों का अस्तित्व बरकरार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने वीर शहीदों और झारखंड अलग राज्य के आंदोलनकारियों के साथ गुमनामी की जिंदगी जीने वाले शहीदों के आश्रितों को चिन्हित कर उन्हें सम्मान देने का काम हमारी सरकार कर रही है । इस क्रम में शहीदों के आश्रितों को नौकरी और पेंशन के साथ विभिन्न सरकारी योजनाओं से जोड़ने का काम किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी हमारे सामने कई चुनौतियां हैं ।
आदिवासी दलित और पिछड़े लोग दशकों से हासिये पर रहे हैं। आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक, बौद्धिक और राजनीतिक रूप से कमजोर होने की वजह से इन्हें नजरअंदाज किया जाता रहा है । अब जब ये आगे बढ़ रहे हैं तो कुछ ताकते इन्हें रोकने की नापाक कोशिश कर रही है। लेकिन, हमने इन्हें मजबूत करने का जो संकल्प ले रखा है, उससे नहीं डिगेंगे। चाहे परिस्थितियों कैसी भी हो, इन्हें मजबूत करने के रास्ते पर चल पड़े हैं और कदम नही थमेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के गठन के बाद कोरोना महामारी और सुखाड़ का सामना करना पड़ा। कोरोना काल के हालात से हम सभी वाकिफ हैं। लेकिन, हमारी सरकार ने इस वैश्विक बीमारी के खिलाफ जारी जंग के बीच भी विकास कार्यों को जारी रखा। आज हर वर्ग और हर तबके के लिए सरकार की योजनाएं हैं । पिछले साढ़े तीन वर्षों में तमाम चुनौतियों के बीच हमारी सरकार ने विकास की एक लंबी लकीर खींची है। यह सिलसिला लगातार जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा जिस तरह यूनिवर्सल पेंशन स्कीम के तहत सभी बुजुर्गों दिव्यांगों एकल महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ दिया जा रहा है , उसी तरह अब सभी बेघर को पक्का मकान देने का निर्णय सरकार ने लिया है। बहुत जल्द अबुआ आवास योजना की शुरुआत होगी , ताकि लोगों के अपने घर का सपना साकार हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब यहां के आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों का विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का सपना साकार हो रहा है। सरकार विद्यार्थियों के विदेश में पढ़ाई का पूरा खर्च वहन कर रही है। इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि सरकार की सहायता से विदेश में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के साथ किसी प्रकार की कोई शर्त नहीं रखी गई है। वे विदेश से पढ़ कर अपना, अपने परिवार, समाज, राज्य और देश का नाम रोशन करें, यही हमारी उनसे उम्मीद है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा की बेहतरी पर सरकार का विशेष जोर है। इस सिलसिले में उत्कृष्ट विद्यालय खोले गए हैं । छात्रवृत्ति राशि में बढ़ोतरी की गई है। बच्चियों के लिए सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना चलाई जा रही है । प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी से लेकर मेडिकल- इंजीनियरिंग जैसे कोर्सेज करने के लिए सरकार सहायता दे रही है। बच्चों का बेहतर भविष्य बने, इस दिशा में हम कम कर रहे हैं। हमारा अभिभावकों से कहना है कि वे अपने बच्चों को अच्छे से पढ़ाएं खर्च की चिंता नहीं करें। सरकार मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानकी- मुंडा पारंपरिक व्यवस्था जनजाति समुदाय की मजबूत कड़ी है। यह समाज के पुरोधा हैं। इस व्यवस्था को हम और मजबूती दे रहे हैं, ताकि समाज को इनका लाभ ज्यादा से ज्यादा मिल सके।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने उनके बीच मोटरसाइकिल वितरित की। शहादत दिवस कार्यक्रम में मंत्री चम्पाई सोरेन और जोबा मांझी, सांसद गीता कोड़ा, विधायक निरल पूर्ति, दीपक बिरुवा, दशरथ गगराई और सोनाराम सिंकू, जिला परिषद अध्यक्ष, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, कोल्हान प्रमंडल के आयुक्त एवं डीआईजी के अलावा पश्चिमी सिंहभूम जिले के उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक समेत जिला प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद रहे।